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सफर शुरू करने से पहले यहां मवेशियों को भगाना पड़ रहा , यात्रियों के साथ रात्रि विश्राम करते हैं पशु

बारां. रेलवे की ओर से बारां रेलवे स्टेशन पर एक -दो से बढ़ाकर तीन प्लेटफार्म बना दिए गए है, तीनों पर यात्री ट्रेनों का ठहराव भी किया जाता है, लेकिन आवारा मवेशियों की रोकथाम को लेकर प्रभावी प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। ट्रेन के पहुंचने के पहले तक पटरियों पर अवारा मवेशियों का जमावड़ा रहता है। हाल यह है कि आवारा मवेशी पटरियों पर विचरण करने के अलावा प्लेटफार्म व यात्री प्रतिक्षालय तक पहुंच रहे हैं।

बारांAug 14, 2019 / 04:22 pm

Shivbhan Sharan Singh

सफर शुरू करने से पहले यहां मवेशियों को भगाना पड़ रहा , यात्रियों के साथ रात्रि विश्राम करते हैं पशु

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प्लेटफार्म दो व तीन नम्बर पर रहता है अधिक जमावड़ा
बारां. रेलवे की ओर से बारां रेलवे स्टेशन पर एक -दो से बढ़ाकर तीन प्लेटफार्म बना दिए गए है, तीनों पर यात्री ट्रेनों का ठहराव भी किया जाता है, लेकिन आवारा मवेशियों की रोकथाम को लेकर प्रभावी प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। ट्रेन के पहुंचने के पहले तक पटरियों पर अवारा मवेशियों का जमावड़ा रहता है। हाल यह है कि आवारा मवेशी पटरियों पर विचरण करने के अलावा प्लेटफार्म व यात्री प्रतिक्षालय तक पहुंच रहे हैं।
यहां रेलवे स्टेशन पर सुबह व शाम को ट्रेनों की आवाजाही रहती है। इस समय यात्रियों की अधिक भीड़ रहती है, लेकिन इस दौरान भी अवारा मवेशी प्लेटफार्म पर यात्रियों के बीच पहुंच रहे हैं। यात्रियों को ट्रेन में सफर शुरू करने से पहले यहां मवेशियों को भगाना पड़ रहा है। आवारा मवेशियों द्वारा हमला करने की आशंका के चलते कई बार यात्री खुद आवारा मवेशियों को भगाते हैं।
रात्रि के समय तो ट्रेन के इंतजार में प्लेटफार्म व प्रतीक्षालय में सुस्ताने वाले यात्रियों के समीप पहुंच जाते है तथा वहां गंदगी करते हंै। इससे यात्रियों को रात के समय भी मवेशियों से असुरक्षा रहती है।
तार फैंसिंग की दरकार
स्टेशन पर आवारा मवेशियों के प्रवेश को रोकने के लिए मुख्य द्वार की ओर तो रैलिंग लगाकर बंदोबस्त किए हुए हैं, लेकिन प्लेटफार्म तीन की ओर किसी तरह का इंतजाम नहीं किया जा रहा है। यहां पक्की दीवार का निर्माण कराने अथवा तार फैंसिंग कराने की दरकार है, लेकिन लम्बे समय से बाबजी नगर रोड व रेलवे कॉलोनी क्षेत्र से प्लेटफार्म दो-तीन पर पहुंचने का रास्ता खुला हुआ है। इस ओर से ही अधिकांश मवेशी पटरियों पर होते हुए प्लेटफार्म तक पहुंच जाते हंै। कई बार तो मवेशी फुट ओवरब्रिज पर सीढिय़ां चढ़ जाते है तथा देर तक ओवर ब्रिज पर डटे रहते हैं।
चर्चा तक सीमित
रेलवे सूत्रों का कहना है कि स्टेशन यात्री प्रतीक्षालय में आवारा मवेशियों के घुसने की समस्या को लेकर फरवरी माह में जबलपुर जोन जीएम के बारां आगमन के समय भी प्रशासन स्तर पर प्रतिक्षालय में गेट लगाने के विषय पर चर्चा की गई, लेकिन यह बात सामने आयी की गेट लगाने से प्रतिक्षालय के लिए एक चतुर्थश्रेणी कर्मचारी को वहां तैनात करना होगा। कर्मचारी नहीं होने के कारण गेट का विचार बदल कर उसे खुला रख दिया गया। अब स्टेशन के दोनों ओर मालगोदाम व अटरू लाइन के अलावा बाबजीनगर रोड का भी जायजा लिया जाएगा।
& आवारा मवेशियों के प्रवेश को रोकने के लिए प्लेटफार्म एक की ओर केटल गार्ड जालियां लगाई हुई है। प्लेटफार्म तीन की ओर से आवारा मवेशी आते हंै तो उसे रोकने को लेकर निरीक्षण के बाद पुख्ता बंदोबस्त किए जाएंगे।
एएस दांगी, सहायक अभियंता, कोटा रेल मंडल
यात्रियों के साथ रात्रि विश्राम करते हैं पशु
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