“विभाग के पास नहीं है संसाधन” जिले में अपनी अलग पहचान रखने वाले वन विभाग के पास अचानक रूप से आने वाली प्राकृतिक आपदा के लिए कोई ठोस प्रबंधन नहीं है विभाग के कर्मचारियों के पास आज भी आग बुझाने के वही छोले के झवरे वह फावड़े से सीमा रेखा बनाकर आग बुझाने के अलावा और कोई उपाय नहीं है जबकि आगजनी की घटनाएं तो होती ही रहती है ऐसे में विभाग को अब सतर्क तो रहना ही पड़ेगा