विधायक ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि एक षड़यंत्र के तहत विवेक तिवारी की हत्या की गई और अब लखनऊ के जिलाधिकारी और एसएसपी घटना पर पर्दा डालने का काम कर रहें है। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री द्वारा सख्त निर्णय नहीं लिया गया होता तो प्रशासनिक अफसरों द्वारा इस मामले को दबा दिया गया होता। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे तमाम मामले है जोकि गरीबों की जिंदगी में रोजाना होते है लेकिन गरीबों की सहायता के प्रशासन कभी आगे नहीं आता और ये मामले दबा दिए जाते है। इस लिए जल्द से जल्द डीएम और एसएसपी को निलंबित किया जाए जिससे कि प्रदेश में प्रशासन द्वारा दहशतगर्दी का खेल समाप्त किया जा सके।
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विवेक तिवारी हत्यकांड के बाद सिपाहियों ने खाई ये कसम, पुलिस विभाग में हड़कम्प मंत्री ने भी उठाया था सवाल एप्पल कम्पनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी हत्याकांड पर प्रदेश सरकार के मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने भी यूपी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाए थे। मंत्री ने कहा था कि पुलिस विभाग में कुछ ऐसे अधिकारी और कर्मचारी है जो वाह वाही लूटने के लिए निर्दोष लोगो की एनकाउंटर के नाम पर हत्या कर रहे है इसका जीता जागता उदाहरण लखनऊ में विवेक तिवारी की हत्या है।