यह भी पढ़ें- सीएम योगी ने कहा – हम सुरक्षा, सम्मान और माहौल देंगे आप यूपी में करें निवेश बरेली जिले के बहेड़ी थाना क्षेत्र स्थित वसुधरन गांव के रहने वाले किसान पुत्र तेज बहादुर ने बताया कि उसके परिवार ने बहुत तंगी देखी है। तेज बहादुर ने बताया कि बारिश होते ही उसके घर में पानी भर जाता है। इस कारण परिवार को बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। कोरोना महामारी में लगाए गए लॉकडाउन में उसके पिता की छोटी सी प्राइवेट नौकरी भी चली गई थी। इसके बाद से वह और ज्यादा मेहनत मजदूरी कर रहा है।
पढ़ाई के लिए पैसे की तंगी के चलते उसने खेतों पर मजदूरी की। जब वह मजदूरी करते-करते थक जाता तो पेनकिलर खाकर पढ़ाई करता था। तेज बहादुर ने बताया कि उसके मकान में बिजली का कनेक्शन भी नही है। बिजली के लिए पिता ने सोलर पैनल लगाया है। वह आईपीएस बनकर गांव में इंटर कॉलेज का निर्माण कराना चाहता है, ताकि आर्थिक तंगी के चलते कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रह सके।
तेज बहादुर ने बताया कि मई से ही वह केबीसी में जाने की तैयारी कर रहा था। टीवी पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देने पर केबीसी से फोन आया था। फोन पर उससे तीन प्रश्न पूछे गए, जिनका उसने सही जवाब दिया और उसे 6 हजार लोगों में से चुना गया। ऑडिशन में वीडियो कॉल के जरिए उससे 6 सवाल किए गए और परिवार की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली गई। सही उत्तर देने पर 20-20 सवालों के टेस्ट हुए। इसके बाद उसे मुंबई बुलाया गया। उसके मुंबई जाने और रहने की व्यवस्था भी केबीसी ने ही की।
अब तेज बहादुर सिंह केबीसी में 50 लाख रुपए की राशि जीत चुके हैं। जब उनसे पूछा गया कि वह इस राशि का क्या करेंगे तो तेज बहादुर ने बताया कि इन पैसों से वह सबसे पहले गिरवीं रखे मां के कुंडल छुड़वाएगा और रहने के लिए अच्छा घर बनवाएगा। इसके बाद वह छोटे भाई और अपनी पढ़ाई में इस राशि को लगाएगा।