जानकारी के अनुसार बदायूं स्थित उझानी के बहादुरगंज मोहल्ले के में रहने वाले भाजपा के नगर उपाध्यक्ष वेदराम लोधी की बेटी सुनीता का शादी बरेली में आंवला क्षेत्र के आलमपुर कोट गांव के निवासी श्रीपाल लोधी के पुत्र ओमेंद्र सिंह से तय की। श्रीपाल का परिवार भी राजनीति में है। श्रीपाल की पत्नी भी दो बार प्रधान रह चुकी हैं। वहीं जब उनके बेटे का रिश्ता सुनीता के साथ तय हुआ तो उन्होंने अपनी होने वाली बहू को प्रधान का चुनाव लड़ाने का मन बना लिया। क्योंकि सुनीता का नाम गांव की मतदाता सूची में नहीं था इसलिए उन्होंने अदालत में शादी करने का फैसला लिया।
जिसके बाद सुनीता का नाम शामिल हुआ और ग्राम प्रधान का नामांकन कराया गया। नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सुनीता अपने घर वापस लौट गई। सुनीता के पति और श्रीपाल ने उसके बदले मतदाताओं के पास जाकर समर्थन में वोट मांगे। जिसका परिणाम ये हुआ की जब सुनीता विदा होकर के अपने ससुराल आई तो उनकों मुंह दिखाई के तौर पर गांव की प्रधानी सौंप दी। पूरे इलाके में इस शादी और नई नवेली दुल्हन को दिए गए इस तोहफे की चर्चा हो रही है।