सुहागनगरी में गंगा पुत्रों ने उठाया ऐसा कदम कि सहम गया रेल प्रशासन पीलीभीत का रहने वाला है आरोपी पीलीभीत के बरखेड़ा का रहने वाला राजीव चौहान मृतक आश्रित में पुलिस में बदायूं जिले में भर्ती हुआ था और अपने एक साथी का बक्सा चुराने के आरोप में पकड़ा गया था जिसके बाद सिपाही जेल गया था जिसके बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया था लेकिन वो खुद को पुलिस में ही बताता था और लोगों को पुलिस में भर्ती कराने के नाम पर लोगों को ठगता था।
कई मुकदमे हुए दर्ज भमोरा थाना क्षेत्र के देवचरा निवासी प्रदीप गुप्ता ने भमोरा थाने में आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।प्रदीप ने पुलिस को बताया कि राजीव चौहान के नाम के सिपाही जो कि पीआरबी 165 में तैनात है ने पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी कर ली। प्रदीप को राजीव ने दुकान से खरीदकर पुलिस की वर्दी और कंधों पर लगने वाले स्टार दे दिए। जिसके बाद उसे अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ। पुलिस ने जब पीआरबी 165 कि जांच करवाई तो पता चला राजीव नाम का कोई भी सिपाही नहीं है। जिसके बाद भमोरा पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर राजीव की तलाश शुरू कर दी। और कड़ी मशक्कत के बाद उसे बदायूं से गिरफ्तार कर लिया। एसपी ग्रामीण डॉ सतीश कुमार ने बताया कि आरोपी के खिलाफ बदायूं और बरेली में मुकदमे दर्ज थे।