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छेड़खानी से परेशान छात्रा ने किया सुसाइड, सुसाइड नोट में लिखा- पुलिस बनकर करना चाहती थी माता पिता का सिर गर्व से ऊंचा प्रेमनगर पुलिस के अनुसार, मामला डीडीपुरम के एक होटल के बाहर पार्किंग में मुरादाबाद के मूल निवासी एमआर अमित मिश्रा से मारपीट और बंधक बनाने का है। बताया जा रहा है कि 21 जून 2019 को पार्किंग को लेकर हुए विवाद के बाद अमित मिश्रा से मारपीट करते हुए उसे एक कमरे में बंधक बनाया गया था और जबरन शराब भी पिलाई गई थी। फिर उसे अगवा करने का प्रयास किया गया था। अमित मिश्रा की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। मामले की जांच के दौरान पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आयुष तनेजा, मयंक रस्तोगी, अनिकेत और अमन मिश्रा को गिरफ्तार किया था। हालांकि बाद में सभी आरोपियों को जमानत मिल गई। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने रौब गालिब करने के लिए अमित मिश्रा के साथ की मारपीट की तस्वीरें वायरल कर दीं। फोटो देखकर पीड़ित अमित को अजितेश का पता चला, जिसने फोटो में अमित का गला पकड़ रखा है। अमित की शिकायत एडीजी अविनाश चंद्र से मामले की दोबारा विवेचना के आदेश दिए, जिसके बाद प्रेमनगर पुलिस ने एफआईआर में अजितेश का नाम शामिल करते हुए गिरफ्तार कर लिया है।
बच्चे को गोद में लेकर थाने पहुंची साक्षी इस दौरान साक्षी ने पुलिस कार्रवाई का विरोध भी किया। इसके बाद गोद में बच्चे को लेकर प्रेमनगर थाने पहुंच गई। जहां पीड़ित अमित मिश्रा से साक्षी ने विनती की कि वह पति की गलती के लिए माफी मांगती है, लेकिन उसके पति पर कार्रवाई न कराएं। वहीं, अमित मिश्रा का आरोप है कि अजितेश को माफी देने से मना करने पर साक्षी ने उसको देख लेने की धमकी दी। जबकि साक्षी ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि गुपचुप तरीके से अजितेश को कब पुलिस ने आरोपी बना दिया, इसका पता नहीं चला।
अजितेश को जेल भेजा प्रेमनगर थाना इंस्पेक्टर बलबीर सिंहने बताया कि मारपीट, बंधक बनाने और अगवा करने के प्रयास के मामले में अजितेश का नाम पहले एफआईआर में शामिल नहीं था। इस मामले में चार्जशीट भी कोर्ट भेजी जा चुकी है। पीड़ित के साक्ष्य के आधार पर कोर्ट से चार्जशीट वापस कराने के बाद नाम जोड़ा गया। फिलहाल अजितेश को जेल भेज दिया गया है।