मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि शासन की मंशा के अनुसार उनकी सभी यूनिट लगातार प्रदेश भर में घूसखोरों की धरपकड़ का अभियान वृहद स्तर पर चला रही हैं। उनकी टीम ने साल 2018 में यूपी में 80 ट्रैप किये जबकि 2019 में अब तक 71 सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि सबसे बड़ी रिकवरी मेरठ यूनिट ने की है। मेरठ में चार लाख और दो लाख की घूस लेते हुए सरकारी कर्मचारियों को इसी साल गिरफ्तार किया गया है। राजीव मल्होत्रा ने बताया कि इस साल अभी तक करीब 14 लाख रूपये की रिकवरी की गई है।
एंटी करप्शन के एसपी राजीव मल्होत्रा ने बताया कि प्रदेश शासन भृष्टाचार के जड़ से खात्मे को काफी संवेदनशील है। इसी के चलते शासन ने यूपी एंटीकरप्शन को पहले से काफी मजबूत किया है। जरूरी सुविधाओं को मयस्सर कराने के साथ ही स्टाॅफ की कमी को दूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि आम आदमी को रिश्वतखोरों से मुक्ति मिले। इसके लिए उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट के साथ ही व्हाट्सएप और यूपी एंटीकरप्शन पोर्टल पर लगातार सक्रिय रहने की बात कही है। उन्होंने कहा कि जैसे ही उनके पास कोई शिकायत आती है वो तुरंत एक्शन लेते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भृष्टाचारियों पर शिकंजा कसने को एफएम चैनल , सोशल मीडिया का सहारा लिया जाये।