अवैध खनन और ओवरलोड की समस्या से निजात दिलाने के लिए ई-रवन्ना को परिवहन विभाग की वेबसाइट से जोड़कर खान व परिवहन विभाग के सॉफ्टवेयर आपस में लिंक किए। इस बदलाव से खान व ट्रक-डंपर मालिकों के वाहन में क्षमता से ज्यादा सामग्री भरते ही परिवहन विभाग को अपनी वेबसाइट पर ओवरलोडिंग की जानकारी मिलने पर विभाग की ओर से ऑनलाइन चालान बनाने शुरू कर दिए, लेकिन खनन माफियों ने इसका भी तोड़ निकालकर खनन विभाग की ओर से अधिकृत तौल यंत्रों पर मिलीभगत कर ट्रकों में अण्डरलोड वहन दर्शाकर ई-रवन्ना तैयार करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं कई तौल यंत्र धारक वाहन की बजाय अन्य वजन डालकर ई-रवन्ना कन्फर्म कर देते है। ऐसे में अब विभाग सख्ती से कार्रवाई कर रहा है।
क्रेशर वाले भी नहीं आ रहे बाज
बाड़मेर जिले में अवैध खनन की भरमार है। अंधिकाश बजरी व पत्थर का अवैध खनन हो रहा है। पत्थर खनन वाले क्रेशर मालिकों ने अवरलोड वाहन भरने के लिए ऐसा तोड़ निकाला है कि वह पहले अण्डरलोड वाहन भरकर ई-रवन्ना तैयार करवा देते है और फिर दुबारा वाहन को क्रेशर पर अवरलोड कर देते है। इससे विभाग को रॉयल्टी से चूना लग रहा है।
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जांच में इस तरह की गड़बडिय़ा आई सामने
– वे-बिज्र द्वारा तोले गए खनिज वानह की पुन:तुलाइ कर जांच किए जाने पर 5 प्रतिशत से अधिक अंतर आने पर
– तुलायंत्र धारक द्वारा कूटरचित फोटो अथवा किसी दूसरे वाहन की तुलाइ कर खनिज वाहन का कन्फर्म रवन्ना जारी करना
– खनिज वाहन के समस्त टायरों को तुलायंत्र प्लेटफॉर्म पर लेकर वजन नहीं करना
– कन्फर्म रवन्ना जारी करने में खनिज वाहन के फोटो व वाहन संख्या स्पष्टतया प्रदर्शित नहीं करना
– डीएमजीओएमएस का अन्य प्रकार भी दुरुपयोग
– तौल यंत्र पर सीसीटीवी कैमरों को बंद रखना
– वाहन दुसरा बताकर किसी अन्य वाहन की रवन्ना जारी करना
– खनन विभाग की टीम पहुंचने पर तौल यंत्र बंद कर भाग जाना
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– विभाग सख्त है, 5 कांटों को ब्लैकलिस्टेड कर दिया
बाड़मेर जिले में 98 ई-रवन्ना के लिए तौल यंत्र स्थापित किए गए है। विभाग इनकी निगरानी के लिए सख्त है। विभाग ने गत दिनों में 5 तौल यंत्रों को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है। अन्य की जांच कर रहे है। जरुरत पडऩे पर एफआइआर भी दर्ज करवाई जाएगी।- गोरधनराम, खनि अभियंता, बाड़मेर
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