शहर के जांगिड़ पंचायत भवन में बैठक की शुरूआत में वरिष्ठ नेता व पार्षद रतनलाल बोहरा ने जयपुर सांसद के सामने पार्टी की पोल खोल दी। उन्होंने कहा कि पार्टी में चापलूस लोगों की पूछ हो रही है। कुछ लोगों की वजह से पार्टी बदनाम हो रही है। सुधर जाओ वरना चुनाव में पार्टी को खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
पार्षद ने कहा कि चार साल बीत गए फिर भी स्थानीय नेता किसी को समझ ही नहीं पाए हैं। पार्टी के असली कार्यकर्ता घरों में बैठे हैं। अचानक हुए घटनाक्रम के बाद प्रवास प्रभारी गुस्सा हो गए। उन्होंने मीडियाकर्मियों को बाहर जाने का कहते हुए कार्यकर्ता को शांत करवाया। हंगामे के दौरान राजस्व मंत्री अमराराम,
जोधपुर जेडीए अध्यक्ष डॉ. महेन्द्रसिंह राठौड़, विधायक हमीरसिंह भायल, तरूणराय कागा, यूआईटी चेयरपर्सन डॉ. प्रियंका चौधरी सहित पदाधिकारी मौजूद रहे।
जिलाध्यक्ष ने पार्टी का भट्टा बैठा दिया
बैठक कक्ष के दरवाजे पर खुद जिलाध्यक्ष खड़े हो गए। उन्होंने कई कार्यकर्ताओं को अंदर नहीं आने दिया। कई कार्यकर्ताओं को तो धक्के देकर बाहर निकाला गया। इस पर कार्यकर्ता गेट पर ही खड़े हो गए।
भाजपा पूर्व जिला प्रवक्ता स्वरूप आचार्य व अन्य कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष जालमसिंह रावलोत पर कांग्रेस का दलाल होने का आरोप लगाते कहा कि उनकी वजह से पार्टी का भट्टा बैठ गया है। जिलाध्यक्ष के मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवानी चाहिए। जिससे उनकी सच्चाई सामने आ जाएगी। जिलाध्यक्ष की वजह से भाजपा का मूल वोट बैंक नाराज चल रहा है।
मानवेन्द्र को वोट दिए, मेरे पास मत आओ
कार्यकर्ताओं ने हंगामा करते आरोप लगाया कि जिलाध्यक्ष हमेशा कार्यकर्ताओं के साथ बदलसूकी करते हैं। उनके पास कार्यकर्ता जाते हैं तो कहते हैं कि आपने तो मानवेन्द्रसिंह को वोट दिए हैं। उनके पास जाओ, मेरे पास मत आओ।
हर किसी से करते रहे बहस
बाड़मेर ग्रामीण मण्डल महामंत्री सवाईराम मेघवाल बैठक कक्ष के दरवाजे पर पहुंचे तो जिलाध्यक्ष उनसे भिड़ गए। यहां काफी देर तक बहस चलती रही। लेकिन महामंत्री को अंदर घुसने नहीं दिया गया। मंडल महामंत्री ने आरोप लगाया कि जिलाध्यक्ष कहते हैं आप यहां से भाग जाओ। उन्होंने कहा कि एससी वर्ग के लोगों की पार्टी में कद्र नहीं हो रही है, तो फिर हमें पद क्यों दिए हैं?