इस पर कई मरीज अन्य चिकित्सालयों में पहुंच उपचार लेते हैं। मौसमी बीमारियों के प्रकोप के साथ कोरोना रोग फैलाव के बाद भी चिकित्सक के चिकित्सालय में ठहराव नहीं करने से उपचार को लेकर हर दिन मरीजों को परेशानी उठानी पड़ती है।
मजल चिकित्सालय में एक चिकित्सक व एएनएम व मेलनर्स कार्यरत है। चिकित्सक का ठहराव केन्द्र पर नहीं के बराबर रहता है। मौसम परिवर्तन पर इन दिनों बुखार, जुकाम, खांसी आदि का प्रकोप चल रहा है। कोरोना रोग प्रकोप को लेकर भी लोग चिंतित है। केन्द्र खुलते ही इलाज के लिए मरीज यहां पहुंचते है।
चिकित्सक के नहीं मिलने से उन्हें मेलनर्स, एएनएम से इलाज लेना पड़ता है। इस पर कई मरीज समदड़ी अस्पताल पहुंच उपचार लेते हैं। मजल, समदड़ी से करीब 16 किलोमीटर दूर। मजल के आस पास बड़ा चिकित्सालय नहीं है। इस पर मजल व इससे गांवों के मरीजों को उपचार को लेकर अधिक परेशानी उठानी पड़ती है। निसं.
मजल अस्पताल में चिकित्सक मौजूद नहीं रहता है। घण्टों इन्तजार बावजूद चिकित्सक के नहीं मिलने से मरीजों को बैरंग लौटना पड़ता है। इससे मरीज परेशान है। – तेजाराम ग्रामीण मजल में चिकित्सक कार्यरत है। गुरूवार को बैठक में थे। चिकिïत्सकों की कमी पर कई बार उन्हें अन्य अस्पतालों में ड्यूटी के लिए भेजा जाता है । कई बार विभागीय कार्यो के लिए भी जाना पड़ता है।
– डॉ. संजय शर्मा, ब्लॉक चिकित्साधिकारी