सब करते हैं वादे, निभाता कोई नहीं कॉलेज की समस्याओं को लेकर छात्रनेता वादे करते हैं। समस्याओं के समाधान करवाने के लिए हंगामा भी होता है, लेकिन हल नहीं निकलता। छात्रनेता चुनावों के दौरान विद्यार्थियों से कई तरह के वादे करते हैं, लेकिन वादों पर आज तक कोई छात्रनेता अमल नहीं करवा पाया है।
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यह है कॉलेज की स्थिति : वादे रहे अधूरे
पीजी कॉलेज – व्याख्याताओं के 45 पद सृजित, लेकिन 19 रिक्त, 28 का पदस्थापन, 4 प्रतिनियुक्ति पर।
– प्रयोगशाला व पुस्तकालय अव्यवस्थित – कैंपस का छात्रावास बदहाली का शिकार
– पार्क वर्षों से बदहाल
पीजी कॉलेज – व्याख्याताओं के 45 पद सृजित, लेकिन 19 रिक्त, 28 का पदस्थापन, 4 प्रतिनियुक्ति पर।
– प्रयोगशाला व पुस्तकालय अव्यवस्थित – कैंपस का छात्रावास बदहाली का शिकार
– पार्क वर्षों से बदहाल
– कैंपस में नहीं है कैंटीन
– पीजी में नहीं है हिन्दी —
गल्र्स कॉलेज : – व्याख्याताओं के 15 पद सृजित जिसमें 5 रिक्त व 10 कार्यरत
– खेल अधिकारी व पुस्तकालय अध्यक्ष का पद रिक्त
– पीजी में नहीं है हिन्दी —
गल्र्स कॉलेज : – व्याख्याताओं के 15 पद सृजित जिसमें 5 रिक्त व 10 कार्यरत
– खेल अधिकारी व पुस्तकालय अध्यक्ष का पद रिक्त
– पीजी कक्षाओं का लंबे समय से इंतजार
— डीआरजे बालोतरा : यहां कॉलेज में 16 पद स्वीकृत, 13 कार्यरत व 3 रिक्त। छात्रावास की सुविधा नहीं।
— एमबीआर बालोतरा : कॉलेज में 17 पद स्वीकृत। 9 कार्यरत व 8 पद रिक्त। पुस्तकालय अध्यक्ष का पद रिक्त। विज्ञान फैकल्टी, एनसीसी स्काउट की मांग।
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— डीआरजे बालोतरा : यहां कॉलेज में 16 पद स्वीकृत, 13 कार्यरत व 3 रिक्त। छात्रावास की सुविधा नहीं।
— एमबीआर बालोतरा : कॉलेज में 17 पद स्वीकृत। 9 कार्यरत व 8 पद रिक्त। पुस्तकालय अध्यक्ष का पद रिक्त। विज्ञान फैकल्टी, एनसीसी स्काउट की मांग।
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बायतु कॉलेज : 17 पद स्वीकृत, अन्य सुविधाओं के लिए तरस रहा कॉलेज।
— सिवाना कॉलेज : महाविद्यालय में 23 पद सृजित लेकिन यहां चार व्याख्याता कर रहे कॉलेज का संचालन। जबकि 14 पद रिक्त। पेयजल की गंभीर स्थिति है।
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— सिवाना कॉलेज : महाविद्यालय में 23 पद सृजित लेकिन यहां चार व्याख्याता कर रहे कॉलेज का संचालन। जबकि 14 पद रिक्त। पेयजल की गंभीर स्थिति है।
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गुड़ामालानी कॉलेज : कॉलेज में 22 पद स्वीकृत, 16 रिक्त व 6 व्याख्याता संभाल रहे कार्य।
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