सांसद को कैसे तलाशते हैं लोग
अब तक जितने भी सांसद रहे है, उनका स्थायी सरकारी पता नहीं है। कर्नल सोनाराम चौधरी का जोधपुर रोड पर आवास और सर्किट हाऊस में मुलाकात करते रहे। मानवेन्द्रसिंह ने इन्द्रा नगर में आवास लिया था। हरीश चौधरी जोधपुर रोड पर अपने आवास पर ही लोगों से अधिकांश मिलते रहे। कैलाश चौधरी का बाड़मेर आने पर सर्किट हाऊस या जहां ठहरते थे, वहां स्थान रहा। बालोतरा में आवास है। ऐसे में लोग इन सभी सांसदों को तलाशते रहते थे। आखिर वे कहां मिलेंगे। फिर जरूरी काम हों तो वहां पहुंचना जरूरी था।सांसद सेवा केन्द्र 24 घंटे शुरू हों
असल में सांसद सेवा केन्द्र की सुविधा जिला कलक्टर कार्यालय में है। यह राजीव गांधी सेवा केन्द्र में ही संचालित है। इस सुविधा को जनता के लिए 24 घंटे शुुरू करने की पहल की दरकार है। किसी भी वक्त यहां आकर संपर्क किया जाए तो यह बेहतर सुुविधा होगी।यहीं हों जवाबदेही
सांसद सेवा केन्द्र में सरकार की ओर से सुुविधा दी गई है। जहां पर सांसद का स्टाफ, खुद सांसद औैर आने वालों को भी बैठने की सुविधा है। यहां आकर सांसद के नाम ज्ञापन, पत्र, शिकायत, सुझाव, आमंत्रण और अन्य जरूरी कार्य से संपर्क किया जा सकता है। सांसद खुद न मिले तो उनकी ओर से मुकर्रर स्टाफ यहां जवाबदेह रहता है। वह इसका रजिस्टर/ रिकार्ड भी रखे कि कहां से कौन आया और उसकी जरूरत क्या है? लेकिन ऐसा अब तक कुछ नहीं हो रहा है।जैसलमेर-बालोतरा में मिले सुविधा
जैसलमेर में राजीव गांधी सेवा केन्द्र जिला मुख्यालय पर है ,लेकिन इसमें सांसद सेवा केन्द्र की सुविधा नहीं दी गई है। बालोतरा नए जिले में अभी सांसद सेवा केन्द्र नहीं बना है। ऐसे में यहां पर भी यह सुविधा जरूरी है।अभी गांव स्थायी पता
मेरा अभी स्थायी पता गांव पूनियों का तला है, जो गिड़ा तहसील में है। बाड़मेर-बालोतरा-जैसलमेर में फिलहाल नहीं हैै। सेवा केन्द्र को नियमित किया जाएगा।उम्मेदाराम बेनीवाल, सांसद बाड़मेर