वही मुमुक्षु पूजा हाथी पर सवार होकर शहर वासियों का अभिवादन कर रही थी। शोभायात्रा शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई स्थानीय लंगेरा रोड मन्दिर परिसर पहुंची। गच्छाधिपति के बाड़मेर आगमन पर उनका अभिनन्दन किया गया। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, नगर परिषद के सभापति दीपक माली बतौर अतिथि उपस्थित रहे। केन्द्रीय मंत्री चौधरी ने कहा कि बाड़मेर का सौभाग्य है कि गुरुदेव के सानिध्य में भव्य आयोजन हो रहा है।
जैन धर्म अपने आप में विराट है। जहां एक और युवा चकाचौंध भरी दुनिया पसन्द कर रहा है वही दूसरी और युवा संयम जैसे कठिन पथ को अपना रहा है। ये धर्म के प्रति मजबूत श्रद्धा का प्रमाण है।
बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि जैन धर्म में संयम का पथ बड़ी कठिन डगर है। धर्मसभा को खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवन्त मणिप्रभसूरीश्वर ने कहा कि धर्म चाहे कोई भी हो, मुक्ति का मार्ग केवल एक ही है वो संयम जीवन है।
जिस प्रकार संयम जीवन से मुक्ति मिल सकती है। वहीं जब तक इंसान में संतोष नहीं आएगा, तब तक वो इसी तरह भटकता रहेगा। प्रतिष्ठा महोत्सव का श्रीगणेश खरतरगच्छीय हालवाला जैन श्री संघ के द्वारा नवनिर्मित श्री गौड़ी पाश्र्वनाथ जिनालय प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के संयोजक रतनलाल बोहरा हालावाला ने बताया कि धर्मसभा में मनितप्रभसागर की प्रेरणा से चल रहे ज्ञान वाटिका का संचालन कर रही बालिकाओं को पुरस्कृत किया गया।
प्रतिष्ठा महोत्सव के प्रथम दिन प्रात: में जल यात्रा, कुम्भ स्थापना, दीप प्रज्ज्वलन एवं ज्वारारोपण के बाद आचार्य गच्छाधिपति एवं अतिथियों लाभार्थी परिवारों ने वाराणसी नगर एवं शालीभद्र भोजन मण्डप का फीता खोलकर शुभारम्भ किया।
प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के अध्यक्ष रविन्द्र जैन रतनपुरा ने बताया कि तीन दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव के प्रथम दिन मन्दिर परिसर में कुंभ स्थापना, दीप स्थापना, ज्वारारोपण, नवग्रह पूजन, अष्ट मंगल पूजन आदि हुए। आज ये होंगे कार्यक्रम
मंगलवार को प्रात: 8 बजे दीक्षा कल्याणक एवं मुमुक्षु पूजा संखलेचा की वर्षीदान वरघोड़ा महावीर चौक कल्याणपुरा से प्रारम्भ होगा। इसके बाद भगवान को विराजमान करने सहित कई बोलिया, दोपहर में पंच परमेष्ठी पूजन, रात्रि में आरती आदि सहित कई कार्यक्रम होंगे।