94 गांवों तथा बालोतरा शहर में नहीं होगी जलापूर्ति
पोकरण-फलसूण्ड-बालोतरा पेयजल परियोजना से जुड़े बालोतरा व बाड़मेर के 194 गांवों तथा बालोतरा शहर में कई दिनों जलापूर्तिं नहीं होने से गंभीर पेयजल संकट गहराया हुआ है। एक सप्ताह से बंद परियोजना की लाइन में शुक्रवार को जैसे ही जलापूर्तिं शुरू हुई तो कुछ समय बाद आंधी-तुफान से पंपिंग स्टेशन नाचना व अजासर के लिए विद्युत आपूर्ति की 220 केवी लाइन के टॉवर टूटने से जलापूर्ति बंद हो गई। इससे पहले ही तिलवाड़ा के पास परियोजना की लाइन क्षतिग्रस्त होने से पिछले एक सप्ताह से जलापूर्ति बंद थी। अब विद्युत लाइन के टॉवर टूटने पर विभाग ने पांच दिन तक आपूर्ति नहीं होने की बात कहते हुए लोगों से धैर्य रखने की अपील कर पल्ला झाड़ लिया है। विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर टैंकरों से पेयजल परिवहन कर पीने का पानी उपलब्ध करवाए जाने का लोगों को आश्वासन दिया है।
इसलिए आ रही है दिक्कत
जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता बाबूलाल मीणा ने बताया कि शुक्रवार मध्य रात्रि को पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से जैसलमेर के क्षेत्र में भारी आंधी तूफान आने के कारण परियोजना पोकरणफलसूण्ड बालोतरा सिवाना के मुख्य पम्पिंग स्टेशन नाचना एवं अजासरके लिए पोकरण 220 केवी विद्युत स्टेशन से 132 केवी की पॉवर लाईन के टॉवर ूटूटकर गिर गए हैै। परियोजना से बालोतरा जिले के 184 गांवों, बाड़मेर जिले के 10 गांव तथा बालोतरा शहर की जलापूर्ति 3 से 5 दिन पूर्ण रूप से बन्द रहने की संभावना है। अधीक्षण अभियंता मीणा ने बताया कि इस अवधि में जिला प्रशासन एवं विभागीय प्रयासों से टैंकरों द्वारा पेयजल परिवहन कर पीने का पानी उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही बालोतरा शहर में बिठूजा जल स्त्रोत से नलकूपों का खारा पानी घरेलू उपयोग के लिए नलों में वितरण किया जाएगा।