रसोई केंद्र में रोज आता था भोजन करने, स्टाफ ने लगाया घर का पता, समाजसेवियों की मदद से वापस परिवार में भिजवाया
बड़वानी•May 26, 2019 / 11:29 am•
मनीष अरोड़ा
Brought the young man home
बड़वानी. पिछले छह माह से शहर में भटक रहे एक मानसिक दिव्यांग युवक को समाजसेवियों की मदद से वापस परिवार में भिजवाया गया। युवक रोज दीनदयाल रसोई केंद्र में भोजन करने आता था। करीब 12 दिन पहले उसने रसोई केंद्र के स्टाफ से कहा था कि मुझे मेरी मां के पास जाना है। जिसके बाद रसोई केंद्र के सेवादार अजित जैन ने युवक की काउंसिलिंग की और घर-परिवार की जानकारी एकत्रित की। शुक्रवार को युवक के परिजन गुजरात से शहर पहुंचे और उसे अपने साथ ले गए। जाते जाते युवक रसोई केंद्र स्टाफ के हाथ जोड़कर धन्यवाद करता नजर आया।
सेवादार ने युवक से पूछताछ की तो उसने अपना नाम प्रकाश बताते हुए सनखेड़ा, गुजरात का निवासी होना बताया। साथ ही कहा कि पिता नहीं हैं, माता के पास जाने की बात दोहराने लगा। इस पर सेवादार जैन ने अपने परिचित रजनीश हेनेचा से संपर्क किया, जिनके मित्र गुजरात के जैतपुर में रहते है। साथ ही सामाजिक गतिविधियों से जुड़े प्रितेश पांचाल के नंबर ढूंढकर युवक की फोटो व डिटेल भेजी। जिस पर प्रितेश ने खनखेड़ा में अपने मित्रों के माध्यम से प्रकाश की फोटो व जानकारी शेयर कर परिवार का पता लगाया। वहीं शुक्रवार को सनखेडा से प्रकाश का मौसी का लड़का रवि राणा व समाजसेवी महेश राणा, कनु राणा, हितेश राणा, अक्कू राणा निजी वाहन से सुबह 8 बजे बड़वानी आए। हालांकि इस बीच प्रकाश रसोई केंद्र से कहीं चला गया था। उसे ढूंढने वे शहर में घूमे। दोपहर करीब 2 बजे राजघाट में मिला। इसके बाद उसे केंद्र पर भोजन किया और परिजनों के साथ रवाना किया।