मुख्यमंत्री ने अपने भाषम में कहा कि, समान नागरिकता संहिता में एक पत्नी रखने का अधिकार है तो एक ही पत्नी रखनी चाहिए, ज्यादा नहीं होनी चाहिए, नहीं तो लोग शादी कर लेते हैं, इसके बाद पत्नी के नाम पर ज़मीन ख़रीद लेते हैं। कई तो अपनी पत्नी को सरपंच भी बना देते हैं।
यह भी पढ़ें- भारत जोड़ो यात्रा में स्वरा भास्कर की एंट्री पर गर्माई सियासत, BJP बोली- मतलब साफ है, एजेंडा ‘पाक’ है!
सीएम ने ट्वीट भी की ये बात
सभा में अपने इस कथन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट भी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘मैं तो इस बात का पक्षधर हूं कि, भारत में अब समय आ गया है एक समान नागरिक संहिता लागू होनी चाहिए। एक से ज्यादा शादी क्यों करे कोई। मध्यप्रदेश में भी मैं कमेटी बना रहा हूं।’ सीएम ने आगे ये भी कहा कि, ‘आज मैं जागरण की अलख जगाने आया हूं। बिना जनजातीय भाई – बहनों की मर्जी के जनता की जमीन नहीं ली जाएगी।’
जान लें, क्या है समान नागरिक कानून ?
समान नागरिक कानून के मुताबिक, देशभर के लिए एक समान कानून के साथ ही सभी धार्मिक समुदायों के लिए विवाह, तलाक, विरासत, गोद लेने के नियम एक होंगे। संविधान के अनुच्छेद 44 में भारत में रहने वाले सभी नागरिकों के लिए एक समान कानून का प्रावधान लागू करने की बात कही गई है। ऐसे में एक पत्नी के रहते दूसरे शादी नहीं की जा सकती।
यह भी पढ़ें- फिर बिजली का झटका देने की तैयारी : टैरिफ बढ़ाने के लिए कंपनियों की याचिका दायर
राजीव गांधी के कहने पर छोड़ा गया था 15 हजार मौतों का आरोपी !