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बड़वानी

भाजपा नहीं बचा सकी सेंधवा और पानसेमल, कांग्रेस ने बड़वानी की गंवाई तो राजपुर की बरकरार रखी सीट

पल-पल रोमांचक होता गया मुकाबला, किसी का चेहरा उतरा तो कोई खुशी के मारे रो पड़ा, कांग्रेस ने 3-1 से अपनी जीत का परचम लहराया

बड़वानीDec 12, 2018 / 10:48 am

मनीष अरोड़ा

Congress wiped out their victory

Congress wiped out their victory

खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव
बड़वानी. जिले की चारों विधानसभा के लिए मंगलवार को मॉडल स्कूल में मतगणना का काम शुरू हुआ।बड़े जोश खरोश के साथ प्रमुख प्रत्याशी मतगणना स्थल पहुंचे। मतगणना शुरू होने के बाद पल-पल मुकाबला रोमांचक होता चला गया। हर चरण के बाद परिस्थिति भी बदलती रही। जैसे जैसे प्रत्याशी हारते चले गए, मतगणना स्थल से दूरी भी बनाते चले गए। अंत तक कोईखुशी के मारे रो रहा था तो कोई अफसोस मना रहा था।
ये है स्थिति
विधानसभा चुनाव 2018 में बड़वानी जिले की चारों विधानसभा सीटों को लेकर जो कयास लगाए जा रहे थे, वो सच साबित हुए। कांग्रेस ने 3-1 से अपनी जीत का परचम लहराया। मंगलवार सुबह 8 बजे मतगणना शुरू हुई। मॉडल स्कूल में हुई मतगणना में सबसे पहले डाक मतपत्र निकाले गए। सुबह 8.30 बजे से ईवीएम में डले वोटों की गिनती शुरू हुई। जैसे जैसे गणना होते गई वैसे-वैसे रूझान सामने आते गए। बड़वानी विधानसभा और राजपुर विधानसभा में पहले ही राउंड से भाजपा ने अपनी बढ़त बनाए रखी। वहीं, पानसेमल और सेंधवा में कांगे्रस बढ़त पर चलते रही। जिले की जिन दो सीटों पर लोगों की खास नजर थी, उसमें से राजपुर विधानसभा में सबसे कशमकश भरा मुकाबला रहा। इस सीट पर सबसे आखिरी राउंड में कांग्रेस के बाला बच्चन ने बाजी मारते हुए अपनी जीत दर्ज की। वहीं, जिले की हाई प्रोफाइल सीट मानी जा रही सेंधवा में प्रदेश सरकार के दो बार के मंत्री अंतरसिंह आर्य और कांग्रेस के पूर्व विधायक व वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष ग्यारसीलाल रावत के बीच कड़ा मुकाबला था, लेकिन कांग्रेस ने पहले राउंड से बनाई अपनी बढ़त आखरी राउंड तक कायम रखी। मंत्री अंतरसिं आर्य तो मतगणना के बीच ही अपनी हार स्वीकारते हुए मतगणना स्थल से रवाना हो गए। वहीं, बड़वानी सीट पर भाजपा के मुकाबले में कांग्रेस कहीं भी नजर नहीं आई। पानसेमल विधानसभा सीट पर भी वर्तमान विधायक को हार का मुंह देखना पड़ा।

झलकियां…
-मतगणना शुरू होते ही निर्वाचन आयोग की सख्ती दिखी और बिना कार्डके किसी को अंदर नहीं आने दिया गया।
-मीडिया के लिए मीडिया कक्ष तक मोबाइल ले जाने की छूट दी गई।
-सुबह 8 बजे शुरू हुई डाक मतपत्रों की गिनती का परिणाम सबसे अंत में आया।
-दोपहर तक निर्वाचन आयोग की सख्ती भी कम होती चली गईऔर लोगों के मोबाइल भी बाहर आ गए।
-बड़वानी विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी रमेश पटेल मतगणना स्थल पहुंचे ही नहीं, शायद उन्हें अपनी हार का अंदाजा पहले ही हो गया था।
-14वें राउंड में पिछडऩे के बाद मंत्री अंतरसिंह आर्य का चेहरा उतरा और वे वहां से चले गए।
-राजपुर विधानसभा के अंतिम राउंड की गिनती के बाद असंमजस की स्थिति बनी। दोनों ही दल अपनी जीत का दावा पेश करते रहे।
-डाक मतपत्र का प्रमाण पत्र नहीं मिलने पर राजपुर कांग्रेस प्रत्याशी बाला बच्चन ने प्रेक्षक से शिकायत की।
-राजपुर में कांग्रेस की जीत की खबर मिलने पर भाजपा के अंतरङ्क्षसह पटेल ने प्रेक्षक से मतगणना में गड़बड़ी की आशंका के चलते रिकाउंटिंग की मांग की।
-मतगणना के परिणाम आते आते भाजपा के अधिकतर लोग वहां से चले गए, सिर्फप्रेमसिंह के समर्थक मतगणना स्थल पर रहे।
-मतगणना स्थल के बाहर कांग्रेस और भाजपा के समर्थक जैसे जैसे परिणाम सामने आते रहे वैसे वैसे नारेबाजी करते रहे।
-जीत के बाद भाजपा के प्रेमसिंह ने अपने समर्थकों के साथ रैली निकाली।
-कांग्रेस के तीनों विधायकों ने जीत के बाद एक साथ विजयी जुलूस निकाला।

विधानसभा वार प्रत्याशियों की स्थिति
बड़वानी विधानसभा :
183340 कुल विधिमान मत
8 8 151 प्रेमसिंह पटेल भाजपा
4936 4 राजन मंडलोई निर्दलीय
34084 रमेश पटेल कांग्रेस
1928 सुमेरसिंह बड़ोले बहुजन समाज पार्टी
1371 जगन आम आदमी पार्टी
1839 राणा दुर्गेशसिंह निर्दलीय
1756 संजय मंडलोई निर्दलीय
46 11 मत नोटा को
डाक मतपत्र :
226 8 कुल विधिमान डाक मतपत्र
8 06 भाजपा को
710 निर्दलीय राजन मंडलोई को
450 कांग्रेस को
32 बहुजन समाज पार्टी को
3 आम आदमी पार्टी को
2 निर्दलीय संजय मंडलोई को
236 डाकमत निरस्त
38787 मतों से भाजपा जीती

सेंधवा विधानसभा :
18 5546 कुल विधिमान मत
94722 ग्यारसीलाल रावत कांग्रेस
78 8 44 अंतरसिंह आर्य भाजपा
1555 कमलेश ठाकुर बहुजन समाज पार्टी
3080 बाबूलाल मोरे कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया
1001 इंदास बरडे आम आदमी पार्टी क
1490 गफ्फार मुंडा राष्ट्रीय समानता दल
994 सुल्ताना मुंडा निर्दलीय
3782 मत नोटा को
डाक मतपत्र :
1019 कुल विधिमान मत पत्र
्र471 भाजपा
445 कांग्रेस
7 बहुजन समाज पार्टी
1 राष्ट्रीय समानता दल
1 तथा निर्दलीय
78 डाकमत पत्र निरस्त
158 78 मतों से कांग्रेस विजयी

राजपुर विधानसभा :
178 36 0 कुल विधिमान मत
85513 बालाराम बच्चन कांग्रेस
84581 अंतरसिंह पटेल भाजपा
2411 विजय चौहान कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया
803 विनित सेंगर बहुजन समाज पार्टी
1510 उमरावसिंह बघेल आम आदमी पार्टी
3358 मत नोटा को
डाक मत पत्र :
1713 कुल विधिमान डाक मत
918 कांग्रेस
578 भाजपा
5 बहुजन समाज पार्टी
2 कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया को
4 आम आदमी पार्टी
18 4 डाकमत निरस्त हुए है।
932 मतों से कांग्रेस की जीत

पानसेमल विधानसभा :
173496 कुल विधिमान मत
946 34 चंद्रभागा किराड़े कांगे्रस
69412 दीवानसिंह पटेल भाजपा
1641 दुर्गा रतन बहुजन समाज पार्टी
810 परमानंंद चिमा आम आदमी पार्टी
822 मंशाराम मोहन शिवसेना
457 आरिफ नईम निर्दलीय
1548 मोहन मोती निर्दलीय
3994 मत नोटा को
डाक मतपत्र :
1037 कुल डाक मत पत्र
352 भाजपा
491 कांग्रेस
5 बहुजन समाज पार्टी
1 आम आदमी पार्टी
2 शिवसेना
178 डाकमत निरस्त
25222 मतों से कांग्रेस जीती।
फैक्ट फाइल….
720742 कुल मतदान हुआ था चारों विधानसभा में
320988 कुल मत गए भाजपा के खाते में
308953 कुल मत मिले कांग्रेस को
74380 कुल मत प्राप्त किए अन्य दलों, निर्दलीयों ने
15745 कुल मत नोटा को मिले

सेंधवा विधानसभा :
दो बार के मंत्री को मात
सेंधवा विधानसभा से दो बार के मंत्री अंतरसिंह आर्य को तीसरी बार भी अपनी जीत पर पूरा भरोसा था, लेकिन उनकी उम्मीदें पूरी नहीं हो पाई। सेंधवा में हुई बंपर वोटिंग के बाद से ही लोगों ने कांग्रेस की जीत तय मान ली थी। सेंधवा विधानसभा के लिए 23 राउंड में चली मतगणना में कांग्रेस के ग्यारसीलाल रावत के सामने बढ़त बना ही नहीं पाए। 14वें राउंड तक कांग्रेस की बढ़त करीब 19 हजार तक हो गई थी, जिसके बाद मंत्री अंतरसिंह आर्य ने अपनी हार मान ली। आखरी राउंड तक आते आते हालांकि कांग्रेस की बढ़त कम हुई, लेकिन उसकी जीत को कोई नहीं रोक पाया। यहां ग्यारसीलाल रावत ने भाजपा के अंतरसिंह आर्य को 15878 मतों से पराजीत कर भाजपा का वर्चस्व खत्म किया।

 

पानसेमल विधानसभा :

किराड़े पहली बार जीतीं
पानसेमल में तीन बार के विधायक भाजपा के दीवानसिंह पटेल का अपनी चिरपरीचित प्रतिद्वंदी कांग्रेस की चंद्रभागा किराड़े से था। पिछली विधानसभा में दीवानसिंह से करीब 7 हजार मतों से मात खाने वाली चंद्रभागा किराड़े ने पहली बार जीत का स्वाद चखते हुए पहली हार का बदला ले लिया। यहां पहले से ही चंद्रभागा किराड़े की जीत तय मानी जा रही थी। इसका मुख्य कारण दीवानसिंह पटेल के प्रति उनके कार्यकर्ताओं में ही भारी भारी विरोध होना था। साथ ही क्षेत्र की जनता भी दीवानसिंह पटेल से नाखुश नजर आ रही थी। जिसका नतीजा ये रहा कि उन्हें चंद्रभागा किराड़े से 25 हजार मतों से हार मिली।

राजपुर विधानसभा :
अंतिम राउंड में मारी बाजी
राजपुर विधानसभा से कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री व विधायक बाला बच्चन की प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई थी। कांग्रेस के इस दिग्गज नेता के आगे भाजपा के अंतरसिंह पटेल को बहुत कम करके आंका जा रहा था, लेकिन अंतरसिं ने बाला बच्चन को जीतने के लिए पसीने ला दिए। यहां 21 राउंड में हुई मतगणना में 12वें राउंड तक तो अंतरसिंह करीब 10 हजार मतों से आगे थे। बाकी के 9 राउंड में भी कभी आगे कभी पीछे होते हुए मुकाबला 21वें राउंड तक पहुंचा। 20वें राउंड तक भाजपा 551 मतों से आगे थी। आखरी की 10 ईवीएम ने कांग्रेस का साथ दिया और 551 की बढ़त को कम करते हुए 900 मतों से जीत दर्ज की।

बड़वानी विधानसभा :
रिकार्ड मतों से जीते प्रेम
बड़वानी विधानसभा में प्रमुख रूप से भाजपा के प्रेमसिंह पटेल और निर्दलीय राजन मंडलोई के बीच मुकाबला था। कांग्रेस को यहां शुरू से ही कोई भी जीत का दावेदार नहीं मान रहा था। शिक्षित और अशिक्षित उम्मीदवार के फैक्टर को देखते हुए प्रेमसिंह और राजन मंडलोई के बीच दो-चार हजार मतों से जीत हार का अंदाज लगाया जा रहा था, लेकिन प्रेमसिंह पटेल ने अपने पिछले सारे रिकार्ड तोड़ते हुए 38 हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की। यहां दूसरे नंबर पर राजन मंडलोई 49 हजार मतों से रहे। कांग्रेस को यहां तीसरे नंबर पर संतोष करना पड़ा। निर्दलीय प्रत्याशी का शिक्षित उम्मीदवार का मुद्दा काम नहीं कर पाया। राजन एक बार भी बढ़त नहीं बना पाए और हारे।

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