नर्मदा समग्र ने सद्गुरु सेवा संस्था के सहयोग से वनवासी क्षेत्रों में बांटे सोलर लैंप, सेवा प्रकल्पों के तहत हर बार कर रहे नया प्रयोग
बड़वानी•Feb 15, 2019 / 10:46 am•
मनीष अरोड़ा
Narmada composite distributed solar waste in forest areas
खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव
बड़वानी. जिले के पहाड़ी इलाकों में नर्मदा तट पर बसे कई गांव ऐसे भी है जहां पहुंच मार्ग नहीं है, सिर्फ नदी के रास्ते आवागमन की सुविधा है। इन गांवों में आज तक बिजली भी नहीं पहुंच पाई है। सुदूर पहाडिय़ों पर बसे इन ग्रामीणों के जीवन में अब रोशनी आने लगी है।सूर्य की रोशनी से इन वनवासी क्षेत्रों की रातें अब रोशन होगी। ये सब हुआ नर्मदा समग्र द्वारा सुदूर पहाडिय़ों पर बसे इन ग्रामों में सोलर लैंप की रोशनी पहुंचाने से।
नर्मदा समग्र नदी एंबुलेंस के माध्यम से सरदार सरोवर के जल ग्रहण के क्षेत्र में सेवा के विभिन्न प्रकल्प चला रहा है। नर्मदा समग्र द्वारा पाटी क्षेत्र के पहाड़ी पर बसे सीमावर्ती गांव कोटबांधनी के दो फलियों में सोलर लैंप प्रदान किए गए। महाराष्ट्र, अलीराजपुर की सीमा पर बसे इस गांव में आज तक बिजली नहीं आ पाई थी। ग्रामीणों को अंधेरे में चिमनी की रोशनी में रात बितानी पड़ती थी। नर्मदा समग्र द्वारा मुंबईकी सद्गुरु सेवा संघ के भक्तों के माध्यम से 30 परिवारों को सोलर लैंप उपलब्ध कराए गए हैं। रात में लैंप की रोशनी होते ही वनवासी ग्रामीणों के चेहरे भी खुशी से रोशन हो उठे।
एक बार जार्च के बाद 16 घंटे रहेगी रोशनी
नर्मदा समग्र के संभाग समन्वयक मनोज जोशी और नदी एंबुलेंस के कोऑर्डिनेटर राजेश जाधम ने बताया कि बिना बिजली के इस गांव में ग्रामीणों को काफी परेशानी होती थी। इसलिए वनवासी ग्रामीणों को सोलर लैंप उपलब्ध कराए गए हैं। इसके साथ दी गई बैटरी का पिकअप 16 घंटे का है। इसके लाइट का फैलाव 50 बाय 50 फीट के एरिया में होता है। इसका लाइट ऑटोमेटिक चलता है। जैसे ही अंधेरा होता है लाइट चालू हो जाती है और उजाला होते ही लाइट बंद हो जाती है। इस सोलर लैंप से मोबाइल भी चार्ज कर सकते है। सोलर लैंप वितरण में नर्मदा समग्र बड़वानी के कार्यकता मनजीत, सचिन शुक्ला, प्रशांत गुप्ता, राकेश रावत, अभिषेक तिवारी एवं श्रमदान समिति राजघाट के कार्यकर्ताओं का भी सहयोग रहा।