किसानों से नही मिले संयुक्त संचालक, 1 जुुलाई तक ऑनलाइन अनुज्ञा की प्रक्रिया पूरी करने के दिए निर्देश
बड़वानी•Oct 23, 2018 / 11:03 am•
मनीष अरोड़ा
New joint operator inspected the market
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव…
अंजड़. मप्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड इंदौर के नवागत संयुक्त संचालक चंद्रशेखर वशिष्ठ एवं सहायक संचालक नागर ने बड़वानी जिले की अंजड़ कृषि उपज मंडी में पदभार ग्रहण करने के बाद पहली बार मंडी का दौरा किया। इस दौरान अधिकारियों ने करीब दो से ढाई घंटे तक मंडी कार्यालय में रुके तथा कपास व अनाज व्यापारियों से चर्चा की।
लेखा-जोखा अपडेट करें
सहायक संचालक पंजीयन कक्ष पहुंचे। जहां उन्होंने कर्मचारी को निर्देशित करते हुए कहा कि 1 जुुलाई तक ऑनलाइन अनुज्ञा की प्रक्रिया पूरी कर लें। साथ ही उन्होंने पुराना लेखा-जोखा वर्तमान स्थिति तक अपडेट करने को कहा। भावांतर भुगतान योजना के तहत होने वाले पंजीयन, आवक की स्थति जानी। इसमें मंडी सचिव एचएस जमरा एवं कर्मचारियों द्वारा जानकारी दी गई। मंडी प्रांगण में सैकड़ों किसान अपनी कपास, मक्कर व सोयाबीन की उपज लेकर विक्रय करने मंडी प्रांगण में उपस्थित थे, लेकिन संयुक्त संचालक एवं सहायक संचालक ने किसानों से मिलना भी उचित नहीं समझा और नहीं उनकी समस्याओं को सुनने की जहमत उठाई। किसान ये उम्मीद लगाए बैठे थे कि बाहर से आए अधिकारी को हम अपनी समस्याओं से अवगत कराएंगे, लेकिन अधिकारियों ने कार्यालय से निकल कर अपनी गाड़ी में बैठ कर रवाना हो गए।
चुनाव में ड्यूटी लगाने से काम हो रही प्रभावित
जाते समय जब मीडिया ने मंडी के कर्मचारियों की चुनाव में लगी ड्यूटी के कारण मंडी का कामकाज प्रभावित होने की बात कही। इसमें मंडी के राजस्व को हानी, मंडी में बोली के दौरान कर्मचारियों की कमी के कारण किसी प्रकार की समस्या से निपटने की स्थिति की बात की गई, तो उन्होंने सचिव को मौखिक में दो टूक शब्दो में आदेशित करते हुए कहा कि चुनाव में ड्यूटी हम सब की लगी हुई हैं। इसका मतलब ये नहीं की मंडी का कार्य प्रभावित हो। चुनाव अभी नहीं हैं। कर्मचारी वहां बैठे होंगे या सोए होंगे उन्हें बुलवाइए और मंडी की ड्यूटी पर लगवाइए। ऐसे में मंडी कर्मचारी पशोपेश में रहेगा की उसे चुनाव की ड्यूटी निभाना हैं या मंडी की। चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारी यदि चुनाव की ड्यूटी छोड़ कर मंडी का काम करता हैं ऐसे में यदि निर्वाचन आयोग द्वारा उसकी ड्यूटी की जानकारी ली जाती हैं और वह अपनी चुनावी ड्यूटी में अनुपस्थित पाया गया तो उसको सीधे घर बैठने की नौबत आ जाएगी। ऐसे में इसकी जवाब देही मंडी बोर्ड की रहेगी या निर्वाचन आयोग की ये सोचने का विषय है। कृषक संजय मोगरिया मंडवाड़ा व उमेश कुमावत उचावद ने बताया कि मंडवाड़ा में उपमंडी प्रारंभ कराने की चर्चा करना था, लेकिन संचालक किसानों को अनदेखा कर निकल गए।
मंडी में सोमवार को कपास की आवक
बैलगाड़ी : 97
वाहन : 176
अनुमानित वजन : 3320 क्विंटल
भाव अधिकतम : 5570
भाव न्यूनतम : 5050
मॉडल भाव : 5385