भीलखेड़ा, कुकरा, एकलरा बसावट पानी से हुए लबालब, घर से बाहर निकलने का रास्ता भी हुआ बंद, डूब प्रभावितों में आक्रोश, मंत्री, आयुक्त के आदेश भी नहीं आए काम, पहले जैसी स्थिति में बसावटें
बड़वानी•Jul 02, 2019 / 11:00 am•
मनीष अरोड़ा
Peth situated in the first rain pond
बड़वानी. पुनर्वास स्थलों की स्थिति किसी से छुपी नहीं है। रविवार की बारिश ने एक बार फिर पुनर्वास स्थलों पर मूलभूत सुविधाओं की पोल खोल दी। शहर से सटी बसावटों के ये हाल थे कि रविवार की बारिश में ये बसावटें तालाब बनकर रह गई। सोमवार को यहां बसावटों में बने मकानों के आसपास पानी ही पानी नजर आ रहा था। लोगों को घर से निकलने का रास्ता भी नहीं था। बारिश और आंधी के कारण बसावटों में लगे बिजली के पोल भी झुक गए थे। बसावटों की बुरी स्थिति पर यहां बसे डूब प्रभावितों ने जमकर आक्रोश जताया।
रविवार को करीब पांच घंटे की बारिश के बाद सोमवार सुबह शहर के पास स्थित एकलरा पुनर्वास, भीलखेड़ा पुनर्वास, कुकरा बसावट में जहां-तहां पानी नजर आया। गड्ढों में दिए गए प्लाटों को समतल नहीं करने के कारण ये स्थिति बनी। कुकरा बसावट निवासी कालू पिता देवा, भूरा पिता शंकर, दिनेश धनगर आदि ने बताया कि हर साल बारिश में ये स्थिति बनती है। घरों के आसपास पानी जमा हो गया और घरों में भी पानी घुस रहा है। घर से रोड तक जाने का रास्ता भी नहीं बचा। एनवीडीए को कई बार खाली प्लाटों को समतल करने का आवेदन दे चुके, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बारिश में पुनर्वास स्थल रहने लायक भी नहीं रहते।
लाखों का नुकसान हुआ लोगों का
नर्मदा बचाओं आंदोलन की कमला यादव ने बताया कि बड़वानी के 65 डूब गांवों के लिए 38 पुनर्वास स्थल बनाए गए है। आज भी इन पुनर्वास स्थलों पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। बारिश में पुनर्वास स्थलों की पोल खोल हो गई है। जैसे रविवार की बारिश में इन पुनर्वास स्थल जैसे जामदा, नंदगांव, पेंड्रा, भीलखेड़ा, अवल्दा, बिजासन, बगुद, पिपलुद इत्यादि मकानों पर पानी भर गया है। घरों में पानी घुसने से अनाज, सामान सहित पशुओं का चारा आदि खरा हो गया। इससे पुनर्वास स्थलों में रहने वालों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं, आवासीय भूखंडों पर पानी भरा गया था। जिससे घरों के रास्ते भी बंद हो गए है।
नहीं हो रहा आदेशों का पालन
नबआं के पेमा भीलाला, हरेसिंह दरबार ने बताया कि पुनर्वास स्थलों पर मूलभूत सुविधाओं को पूरा करने के लिए सुप्रीम कोर्ट, जीआरए, नर्मदा ट्रिब्यूनल के आदेशों पर भी पालन नहीं हो रहा है। पिछले दिनों एनवीडीए मंत्री सुरेंद्रसिंह बघेल और एनवीडीए आयुक्त पीके शर्मा ने भी बसावटों में मूलभूत सुविधाएं बारिश के पूर्व कराने के आदेश दिए थे। अधिकारियों ने इस पर भी अमल नहीं किया है। कलेक्टर ने खुद बसावटों के हाल देखे थे।