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बड़वानी

लोकसभा में 62 साल से नहीं मिला किसी महिला को प्रतिनिधित्व

इस बार महिला उम्मीदवारों की दावेदारी दिख रही दमदार, कांग्रेस से तीन और भाजपा से एक महिला नेत्री मांग रही टिकट, दोनों ही पार्टियां देख रही जीताऊ चेहरे की ओर

बड़वानीMar 20, 2019 / 10:20 am

मनीष अरोड़ा

Possible candidates for Lok Sabha elections

Possible candidates for Lok Sabha elections

खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव
बड़वानी. लोकसभा चुनाव को लेकर प्रमुख पार्टियों के संभावित उम्मीदवारों ने अपनी दावेदारी पेश करना शुरू कर दी है। लोकसभा चुनाव को लेकर अब तक पुरुषों का ही वर्चस्व रहा है।पिछले 62 सालों में दोनों ही प्रमुख पार्टियों ने किसी भी महिला को लोकसभा के लिए प्रतिनिधित्व नहीं दिया है।इस बार लोकसभा चुनाव में दोनों ही पार्टियों से महिलाएं भी अपनी दावेदारी पेश करते हुए चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में है। कांग्रेस से तीन महिला उम्मीदवार और भाजपा से एक महिला उम्मीदवार अपनी दावेदारी जता रही है। हालांकि दोनों ही पार्टियों की नजर जीताऊ चेहरे की ओर लगी हुई है।
18 लोकसभा के लिए बिगुल बज चुका है। पहली लोकसभा 1952 से लेकर 17वीं लोकसभा 2014 तक भाजपा (पहले जनसंघ) और कांग्रेस ने किसी भी महिला नेत्री को लोकसभा चुनाव के मैदान में मौका नहीं दिया है। हालांकि 2014 लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी से नर्मदा बचाओ आंदोलन नेत्री मेधा पाटकर जरूर मैदान में उतरीं थीं, लेकिन उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। इस बार लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी हाशिए पर नजर आ रही है। इस बार भी हमेशा की तरह भाजपा और कांग्रेस के बीच ही मुख्य मुकाबला होना है। दोनों ही पार्टियों में देखा जाए तो अभी भी पुरुषों का वर्चस्व नजर आ रहा है।
इनकी दावेदारी रहेगी दमदार
18वीं लोकसभा के लिए कांग्रेस से तीन नेत्रियों के नाम सामने आ रहे है। तीनों ही नेत्रियों की दावेदारी दमदार नजर आ रही है। इसमें प्रदेश के गृहमंत्री व राजपुर विधायक बाला बच्चन की पत्नी प्रवीणा बाला बच्चन का नाम सबसे ऊपर नजर आ रहा है।कांग्रेस पर्यवेक्षक के पास पहुंची सूची में प्रवीणा बाला बच्चन का नाम सबसे आगे है। दूसरे नंबर पर खरगोन जिला पंचायत अध्यक्ष कमला केदार डावर का नाम आ रहा है। कमला डावर के पति केदार डावर हाल ही में विधानसभा चुनाव में भगवानपुरा सीट से निर्दलीय जीत दर्ज कराकर प्रदेश सरकार को समर्थन दे चुके है। तीसरे नंबर पर भीकनगांव विधानसभा सीट से दूसरी बार जीत दर्ज कराने वाली झूमा सोलंकी भी टिकट की दावेदारी कर रहीं है। वहीं, भाजपा से राजपुर जनपद पंचायत की सदस्य अंजना पटेल भी लाइन में है।
सात बार बीजेपी, दो मर्तबा कांग्रेस जीती
खरगोन-बड़वानी संसदीय सीट पर मुख्य मुकाबला हर बार की तरह भाजपा और कांग्रेस के बीच होगा। 2007 तक यह सीट सामान्य कोटे में आती थी। इसमें 1989 से लेकर 2014 तक सात बार बीजेपी और दो मर्तबा 1999 और 2007 कांग्रेस जीती है। खरगोन सीट पर सबसे अधिक बार सांसद बनने का रिकॉर्ड रमेश्वर पाटीदार के नाम दर्ज हैं। पाटीदार 1977 में जनता पार्टी से पहली बार सांसद चुने गए थे। इसके बाद बीजेपी के टिकट पर 1989 से 1998 तक लगातार चार बार जीत दर्ज कर कीर्तिमान बनाया।
अभी ये है संसदीय सीट का गणित
खरगोन-बड़वानी संसदीय सीट के अंतर्गत खरगोन और बड़वानी जिले की आठ विधानसभाएं आती हैं। इनमें खरगोन, कसरावद, महेश्वर भगवानपुरा और बड़वानी, राजपुर, पानसेमल और सेंधवा शामिल हैं। इसमें विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सात सीटें जीती हैं। जबकि एकमात्र सीट बड़वानी पर भाजपा ने कब्जा जमाया।
ये है अब तक के सांसद
सांसद का नाम – वर्ष – दल
बैजनाथ महोदय – 1952 – कांग्रेस
रामसिंह वर्मा – 1957 – कांग्रेस
रामचंद्र बड़े – 1962 – जनसंघ
शशिभूषण वाजपेयी – 1967 – कांग्रेस
रामचंद्र बड़े – 1971 – जनसंघ
रामेश्वर पाटीदार – 1977 – जनता पार्टी
सुभाष यादव – 1980 – कांग्रेस
सुभाष यादव – 1984 – कांग्रेस
रामेश्वर पाटीदार – 1989 – भाजपा
रामेश्वर पाटीदार – 1991 – भाजपा
रामेश्वर पाटीदार – 1996 – भाजपा
रामेश्वर पाटीदार – 1998 – भाजपा
ताराचंद्र पटेल – 1999 – कांग्रेस
कृष्ण मुरारी मोघे – 2004 – भाजपा
अरुण यादव – 2007 – कांग्रेस
मकनसिंह सोलंकी – 2009 – भाजपा
सुभाष पटेल – 2014 – भाजपा

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