बड़वानीPublished: Jan 31, 2019 11:39:39 am
मनीष अरोड़ा
न साफ-सफाई कराई, न ही रोशनी की, नबआं ने जताई नाराजगी, शहीद दिवस पर कार्यालयों में शहीदों को दी श्रद्धांजलि
Regarding the death anniversary of Mahatma Gandhi
खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन खबर : विशाल यादव
बड़वानी. अहिंसा के बल पर देश को आजादी दिलाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को ही उनकी पुण्यतिथि पर प्रशासन भूल गया। बुधवार को प्रशासन ने शहीद दिवस तो मनाया, लेकिन सिर्फ कार्यालय में श्रद्धांजलि देकर अपना कर्तव्य पूरा कर लिया। कुकरा बसावट स्थित गांधी स्मारक पर कोई प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचा। यहां तक कि बापू को मानने वाले भी यहां नजर नहीं आए। सुबह 11.30 बजे तक तो गांधी स्मारक के ताले भी नहीं खुल पाए थे। यहां श्रद्धांजलि देने पहुंचे नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने इस पर नाराजगी जाहिर की। यहां प्रशासन द्वारा साफ सफाई तक नहीं कराई गई थी। नबआं कार्यकर्ताओं ने पहले यहां सफाई की और बाद में श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 71वें शहीद दिवस पर कृतज्ञ राष्ट्र उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहा है। मध्यप्रदेश सरकार ने अधिकृत रूप से 30 जनवरी 2019 को सुबह 11 बजे प्रदेशवासियों से 2 मिनट का मौन रखकर राष्ट्र पिता को श्रद्धांजलि देने का आग्रह किया था। प्रदेश सरकार के मंत्रालय सहित प्रदेश के शासकीय कार्यालयों में मौन रखा भी गया, लेकिन बापू की समाधि को ही प्रशासन भूल गया। 11 बजे जब नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ता समाधि पहुंचे, तो वहां गेट पर ताला लटका मिला। उल्लेखनीय है कि बापू, कस्तुरबा और महादेव भाई की अस्थियों के कलश रखी ये समाधि नर्मदा किनारे राजघाट में स्थित थी। 28 जुलाई 2017 को बड़वानी जिला प्रशासन ने रात के अंधेरे में चोरी से इस समाधि को उखाड़ कर बड़वानी में रख दिया था। जब समाधि नर्मदा किनारे पर थी तो ये गांव से जुड़ी हुई थी। अब इसे सरकारी तो बना दिया गया है, लेकिन इस पर ध्यान देने वाला कोई नहीं है।
साल में तीन बार करते बापू को याद
पूर्व में राजघाट स्थित गांधी स्मारक पर साल में तीन बार बड़े आयोजन होते थे। 2 अक्टूबर गांधी जयंती, 31 जनवरी गांधीजी की पुण्यतिथि और 12 फरवरी को यहां सर्वोदय मेले का आयोजन किया जाता है। इस साल गांधीजी की पुण्यतिथि पर यहां कोई प्रशासनिक आयोजन नहीं किया गया। यहां तक कि स्मारक पर प्रशासन द्वारा साफ सफाई तक नहीं कराई गई थी। नबआं के बाद यहां पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चंद्रशेखर यादव, नपा अध्यक्ष लक्ष्मणसिंह चौहान और पार्षद सुनील यादव द्वारा गांधी स्मारक का ताला खुलवाया गया। इसके बाद भी यहां प्रशासन का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुंचा।
बापू के रास्ते पर चलते हुए जारी रखेंगे आंदोलन
नर्मदा बचाओ आंदोलन कार्यकर्ताओं ने बापू की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उनके जीवन और कार्यों पर प्रकाश डाला। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने संकल्प लिया कि बापू आंदोलन के प्रेरणास्रोत हैं। हम अपनी लड़ाई बापू के बताए हुए रास्ते पर चल कर ही जारी रखेंगे। इसी रास्ते पर चलकर अब तक जीत हासिल की है और आगे भी ऐसी ही लड़ाई जारी रखेंगे। इस मौके पर राहुल यादव, देवराम कनेरा, कमला यादव, मुकेश भगोरिया, रेहमत मंसूरी मौजूद थे।
हमने निर्देश दिए थे
गांधी स्मारक पर साफ सफाईके लिए नगर पालिका को निर्देशित किया गया था। गेट पर ताला खोलने का काम भी उन्हीं के जिम्मे है। वहां सफाई क्यो नहीं की गई इसकी जानकारी लेता हूं। हमें निर्देश मिले थे कि सुबह 11 बजे जो जहां है वहीं पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि देंगे। हमने कार्यालय में श्रद्धांजलि दी है।
अभयसिंह ओहरिया, एसडीएम