जागरुकता के चलते एचआईवी/एड्स पर लग रही लगाम, छह साल में 50 प्रतिशत तक कम हुए एड्स के मरीज, विश्व एड्स दिवस पर विशेष
बड़वानी•Dec 01, 2018 / 11:10 am•
मनीष अरोड़ा
Rein looking on HIV AIDS
खबर लेखन : मनीष अरोरा
ऑनलाइन : विशाल यादव
बड़वानी. एचआईवी/एड्स जैसी बीमारी का नाम सुनते ही हर किसी के मन में दहशत बैठ जाती है।इस जानलेवा बीमारी के प्रति फैलाई जा रही जनजागरुकता का असर ये हुआ है कि साल दर साल एचआईवी पॉजीटिव की संख्या घटती जा रही है।पिछले छह साल का रिकॉर्ड देखा जाए तो अब एचआईवी/एड्स के मरीजों की संख्या में 50 प्रतिशत से भी अधिक की कमी आई है। वहीं, एचआईवी/एड्स के चार कारणों में से एक मां से बच्चे को मिलने वाली इस बीमारी पर रोक भी लगाई गई है।एचआईवी संक्रमित मां से बच्चों को ये बीमारी अब नहीं लग रही है।
अब जिले में कुल 1403 मरीज एचआईवी पॉजीटिव
बड़वानी जिले में छह साल पहले एचआईवी पॉजीटिव मरीजों के लिए एआरटी सेंटर की स्थापना हुई थी। स्थापना के दौरान पहले ही साल 2013 में जिलेभर में 389 मरीज एचआईवी पॉजीटिव पाए गए थे। हर साल नए मरीजों की संख्या में कमी आती गई और अब जिले में कुल 1403 मरीज एचआईवी पॉजीटिव है। इसमें से 756 पुरुष, 539 महिलाएं, 107 बच्चे और एक ट्रांसजेंडर है। इन सभी का इलाज एआरटी सेंटर में चल रहा है। जिला एचआईवी/एड्स एआरटी सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. बीके सक्सेना ने बताया कि एचआईवी से होने वाली मृत्यु दर में भी कमी आई है। एड्स के खिलाफ विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा चलाई जा रही मुहिम से वर्ष 2030 तक ये बीमारी पोलियो की तरह खत्म कर दी जाएगी।
जांच, दवाई के लिए जाना पड़ता था इंदौर
जिले में एआरटी सेंटर की स्थापना से पहले एचआईवी की जांच और पॉजीटिव मरीज को दवाई के लिए इंदौर जाना पड़ता था। एआरटी सेंटर स्थापित होने से मरीजों को दवाईयों के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता है। जांच के लिए सीडी-4 मशीन भी जिले में ही स्थापित हो चुकी है। मुंबई में होने वाली वायरल लोड टेस्ट की जांच भी अब बड़वानी में ही हो रही है। एआरटी सेंटर में एचआईवी ग्रसित टीबी के मरीजों का भी इलाज किया जा रहा है। एचआईवी संक्रमित मरीज को दवाई भी एआरटी सेंटर से नि:शुल्क दी जाती है। एचआईवी की सारी जांच आईसीटीसी में होती है। वहां पॉजीटिव पाए जाने पर एआरटी सेंटर पर मरीज का इलाज शुरू होता है।
जागरुकता रैली, कैंडल मार्च आज
एड्स के नोडल अधिकारी डॉ. बीके सक्सेना और वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. मनीषा सक्सेना ने बताया कि विश्व एड्स दिवस पर एचआईवी/एड्स की जागरुकता के लिए विभिन्न कार्यक्रम शनिवार को किए जाएंगे। सुबह 9 बजे माध्यमिक विद्यालय से स्कूली विद्यार्थियों द्वारा रैली निकाली जाएगी, जो एआरटी सेंटर पर खत्म होगी। यहां नुक्कड़ नाटक और पोस्टर प्रतियोगिता होगी। शाम को 6 बजे एआरटी सेंटर से कैंडल मार्च निकाला जाएगा। दोपहर में कॉलेज में भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन होगा।
वर्ष-एचआईवी-पॉजीटिव मरीज
2013-389-नए मरीज मिले
2014-235-नए मरीज मिले
2015-231-नए मरीज मिले
2016-195-नए मरीज मिले
2017-201-नए मरीज मिले
2018-152-नए मरीज मिले