scriptप्रदेश की सबसे बड़ी इकाईयों ने किया बिजली उत्पादन बंद | The state's largest units stopped power generation | Patrika News
बड़वानी

प्रदेश की सबसे बड़ी इकाईयों ने किया बिजली उत्पादन बंद

-सिंगाजी ताप की चारों इकाईयां हुई बंद, तीन दिन से एक यूनिट बिजली भी नहीं बनी-मप्र पॉवर जनरेटिंग कंपनी की 16 इकाईयों में से 11 हो चुकी बंद

बड़वानीApr 02, 2020 / 09:47 pm

मनीष अरोड़ा

प्रदेश की सबसे बड़ी इकाईयों ने किया बिजली उत्पादन बंद

-सिंगाजी ताप की चारों इकाईयां हुई बंद, तीन दिन से एक यूनिट बिजली भी नहीं बनी-मप्र पॉवर जनरेटिंग कंपनी की 16 इकाईयों में से 11 हो चुकी बंद

खंडवा. कोरोना वायरस के कारण देश में लागू लॉक डाउन के चलते प्रदेश के सारे कल-कारखाने बंद पड़े है। जिसके चलते बिजली की मांग भी खत्म हो गई है। साथ ही रबी सीजन खत्म होने से भी बिजली की डिमांड कम हुई है। इसका असर मप्र पॉवर जनरेटिंग कंपनी के विद्युत उत्पादन पर भी पड़ा है। जहां पॉवर जनरेटिंग कंपनी की प्रदेश में 16 इकाईयो में से 11 बंद हो गई है। वहीं, सबसे ज्यादा बिजली उत्पादन करने वाली सिंगाजी ताप परियोजना की चारों इकाई भी पिछले तीन दिन से बंद पड़ी है।
रबी के सीजन में बिजली उत्पादन की मांग एक समय 11 हजार मेगावॉट तक पहुंची थी। अब फसल कटाई के बाद और लॉक डाउन के चलते ये मांग 7 हजार मेगावॉट तक सीमित रह गई है। इसका सीधा असर मप्र पॉवर जनरेटिंग कंपनी की चारों परियोजनाओं पर पड़ा है। वर्तमान में सतपुड़ा ताप परियोजना सारणी, संजय गांधी ताप परियोजना बिरसिंगपुर, अमरकंटक ताप परियोजना और सिंगाजी ताप परियोजनाओं की 16 इकाईयों में से 11 इकाईयां मांग नहीं होने से बंद पड़ी है। वर्तमान में सारणी की दो, बिरसिंगपुर की दो और अमरकंटक की एक इकाई से ही 1400 मेगावॉट बिजली उत्पादन हो रहा है। उल्लेखनीय है कि चारों परियोजनाओं से कुल 5400 मेगावॉट बिजली उत्पादन होता है।
सिंगाजी परियोजना की चारों यूनिट हुई बंद
सिंगाजी ताप परियोजना की बिजली की डिमांड की कमी के चलते पहले से ही 3 यूनिटबंद चल रही थी। फेस दो की चार नंबर यूनिट से बिजली उत्पादन किया जा रहा था, लेकिन लॉक डाउन का असर यहां भी दिखा और इस यूनिट को भी 3 दिन पहले डिमांड नहीं होने के कारण बंद करना पड़ा। जानकारी के अनुसार फिलहाल इन यूनिट्स का मेंटेनेंस किया जा रहा है। डिमांड नहीं होने के कारण यूनिट बंद होने के दौरान कोयले का भरपूर स्टाक किया जा रहा है। प्रतिदिन 7 से 8 रेक कोयला यहां पर खाली होने के लिए आ रहे हैं। वर्तमान में पांच लाख मीट्रिक टन के लगभग यहां कोयले का स्टॉक हो चुका है।
वर्जन
डिमांड नहीं होने के कारण यूनिटों को रिजर्व मोड़ पर रखा गया है। डिमांड आते ही यूनिट बिजली उत्पादन के लिए तैयार है।
वीके कैलासिया, परियोजना प्रमुख सिंगाजी ताप परियोजना

Home / Barwani / प्रदेश की सबसे बड़ी इकाईयों ने किया बिजली उत्पादन बंद

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो