ढाणी निवासी किसानों ने बताया कि इस समय तरबूज, खरबूज, कद्दू, लौकी की फसल का बीज रोपित करने का समय चल रहा है। रोपित बीज एक हफ्ते के बाद अंकुरित होकर बाहर निकल आएगा। ऐसे में अंकुरित बीज पर सर्दी से गलने का अंदेशा बना रहेगा। इसको ध्यान में रखते किसान अंकुरित बीज होने से पूर्व ही पूलों की सरकी लगाकर ठंड से बचाव के उपाय कर रहे हैं।
कस्बे सहित क्षेत्र में 2 दिन से पढ़ रही कड़ाके की सर्दी व पाले की मार से टमाटर की फसल में 75 प्रतिशत का नुकसान होने से किसानों के चेहरों पर मायूसी छाई हुई है। किसान हजारीलाल गुर्जर, कृष्णकुमार यादव ने बताया कि महंगे भावों से टमाटर का बीज खरीद कर फसल बुवाई की थी, लेकिन कड़ाके की सर्दी व पाले से टमाटर की फसल पूरी तरह खराब हो गई।
किसानों ने बताया कि सब्जी की फसल से पैदावार करके ही आर्थिक स्थिति पर निर्भर रहते हैं, लेकिन टमाटर खराब होने से बीज की उधारी रुपए देना भी मुश्किल हो रहा है। जोधुला सरपंच कालूराम गुर्जर,तालवा सरपंच भग्गाराम फागणा, भारतीय किसान संघ के तहसील अध्यक्ष नेपालसिंह तंवर, मैड उपसरपंच भोला राम मीणा, तेवड़ी जीएसएस अध्यक्ष हंसराज तंवर, सहित किसानों ने प्रशासन से सर्वे करवाकर मुआवजे की मांग की है।
इस संबंध में मैंड सहायक कृषि अधिकारी अशोक कुमार चौधरी ने बताया कि 2 दिन से पड़ रही कड़ाके की सर्दी व पाले से टमाटर की फसल में 75 प्रतिशत का नुकसान हो चुका है। किसानों को पाले से बचाव की जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि किसान पाले से बचाव के लिए बताए जा रहे हैं उपायों का प्रयोग करें।