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बस्सी

Suicide and accident: जल्दबाजी और नासमझी से उजड़ रहे परिवार

134 killed in 19 months 19 महीनों में 134 ने गवाई जान

बस्सीAug 06, 2019 / 08:22 pm

Teekam saini

suicide

Suicide and accident: जल्दबाजी और नासमझी से उजड़ रहे परिवार

बस्सी ( Suicide and accident). जयपुर निवासी 16 वर्षीय युवक की बस्सी के वेद विधालय में हुई मौत के बाद से पूरा परिवार सदमे में है। पांच बहनों के इकलौते छोटे भाई की मौत ने मां-पिता को तोड़ कर दिया है। मामला आत्महत्या का बताया गया है। वहीं रायसर में प्रतापगढ़ रोड पर मोटरसाइकिल सवार चार विधार्थियों (Students) की मौत के बाद से तो पूरा गांव गमगीन है। एक साथ चार परिवारों के चिराग सड़क दुर्घटना के शिकार हो गए। ये तो उदाहरण मात्र हैं। जरा सी जल्दबाजी और नासमझी लगातार मौत के आंकड़े बढ़ा रही है। बस्सी, कानोता और तूंगा थाना क्षेत्र में पिछले डेढ़ वर्षों में आत्महत्या और सड़क दुर्घटना (Suicide and accident) ने 134 लोगों की जान ले ली है। इन हादसों में परिवार उजड़ रहे हैं, लेकिन हम फिर भी नहीं संभल रहे।
297 प्रकरणों में 111 की मौत, 235 घायल
जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग से लगते कानोता और बस्सी थाना सहित जयपुर-गंगापुरसिटी स्टेट हाईवे स्थित तूंगा थाने में सड़क दुर्घटना (road accident) के प्रकरण बढ़ते जा रहे हैं। यहां तीनों थानों में पिछले 19 महीनों में (जनवरी-18 से जुलाई-19) 111 सड़क हादसे दर्ज किए गए हैं। इनमें 111 की मौत भी हुई है। वहीं इससे कहीं अधिक लोग यानी 235 घायल हुए हैं। बस्सी थाना क्षेत्र में वर्ष 2018 में 68 मामलों में 27 की मौत, 55 घायल और कानोता थाना क्षेत्र में 91 प्रकरणों में 33 लोगों ने दम तोड़ा है। साथ ही 73 घायल हुए। अब इस वर्ष जून तक बस्सी में 66 मामलों में 18 की मौत और 58 घायल हैं। इसी तरह कानोता क्षेत्र में 48 प्रकरणों में 20 की मौत हो चुकी है। आकड़ों से स्पष्ट हो रहा है कि सड़क दुर्घटनाएं (road accident) जीवन लील रही हैं।
जनवरी से जुलाई तक 23 आत्महत्या
आत्महत्याएं भी दिन-ब-दिन पांव पसार रही हैं। बस्सी सर्किल के तीनों थानों में आत्महत्या (Suicide) के पिछले सात महीनों में ही 23 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें बस्सी के 16, कानोता के 05 और तूंगा थाने के 02 केस हैं। इनमें ज्यादातर मामले विवाहिता द्वारा आत्महत्या के दर्ज किए गए हैं। दर्ज मामलों में से कईयों की जांच अभी जारी है। इनमें मृतकों के परिजन उसे आत्महत्या नहीं मान रहे हैं। बस्सी थाना क्षेत्र में जुलाई माह में हुए तीनों मामलों में पुलिस को आत्महत्या (Suicide) के कारणों की जानकारी नहीं लगी है।
2018-2019 की सड़क दुर्घटना पर नजर
बस्सी.. कानोता… तूंगा
कुल प्रकरण 68/66…91/48…10/17
मृतक 27/18…33/20…04/09
घायल 55/58…73/37…05/07
सात माह में आत्महत्या के मामले
16 बस्सी
05 कानोता
02 तूंगा
आत्महत्या के मामलों पर नजर
5 जनवरी को श्रीनाथ विहार जामडोली निवासी विजय पुत्र रामस्वरूप खाती ने की आत्महत्या
13 जुलाई को जगदम्बा विहार दुबली वालों की ढाणी कानोता निवासी विनोद कुमार पुत्र लादूराम बैरवा ने की आत्महत्या
बस्सी थाना क्षेत्र
8 जुलाई को नेवर, जमवारामगढ़ निवासी सोनू पुत्र केदार सैन ने फांसी लगाकर आत्महत्या ने की
18 जुलाई को ममता पत्नी प्रभातीलाल मीणा निवासी रामपुरा चारणवास ने फांसी लगाकर आत्महत्या की
8 जुलाई को कृष्णा पुत्री प्रभुदयाल बैरवा उम्र 16 वर्ष निवासी ग्राम सवाई जयसिंहपुरा ने नीम के पेड के फंदा बांधकर गले में डालकर लटक कर आत्महत्या कर ली।
17 जुलाई को राकेश पुत्र रामुराम मीणा उम्र 22 वर्ष निवासी सुसावतों की ढाणाी ग्राम पीलिया ने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या की।

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