14 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पांच थाने, फिर भी सूना राजमार्ग

मनोहरपुर-दौसा राजमार्ग पर पुलिस नहीं करती पेट्रोलिंग

2 min read
Google source verification
five police stations, but not petroling

पांच थाने, फिर भी सूना राजमार्ग

गठवाड़ी. कस्बे से गुजर रहे मनोहरपुर-दौसा राजमार्ग नवीनीकरण व चौड़ाईकरण के बाद धीरे-धीरे वाहनों का आवागमन बढऩे लग गया है। इससे हादसों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है, लेकिन पेट्रोलिंग नहीं होने से संबंधित थानों को पुलिस को मौके पर पहुंचने में काफी समय लग जाता है। कई बार तो पुलिस सीमा निर्धारण करने में ही उलझी रहती है। इससे दुर्घटना में घायल व्यक्ति को समय पर उपचार नसीब नहीं हो पाता है। मनोहरपुर से दौसा तक करीब 62 किमी. का क्षेत्र पांच थानों के अधीन आता है, लेकिन किसी भी थाने की पुलिस गश्त नहीं करती है। यह ६२ किलोमीटर का क्षेत्र भगवान भरोसे ही रहता है।
हटा ली इंटरसेप्टर
मनोहरपुर-दौसा राजमार्ग पर बेलगाम दौडऩे वाले वाहनों पर शिकंजा कसने के लिए कुछ दिन तक इंटरसेप्टर गाड़ी लगाई थी। इससे वाहनों की रफ्तार भी कम हुई और हादसों में भी कमी आई थी, लेकिन अब नहीं आने से चालक तेज गति में वाहन दौड़ाने लगे हैं।
इन थानों के भरोसे
राजमार्ग पर मनोहरपुर से दौसा तक पांच थानों की सीमा पड़ती है। मनोहरपुर, चंदवाजी, जमवारामगढ़, आंधी व दौसा थाना पुलिस की सीमा आती है। हाइवे पर रायसर चौकी के अलावा सभी थाने व चौकी दूर हैं। आंधी थाना द्वारा दांतली व रायसर चौकी पुलिसकर्मियों द्वारा चिलपली मोड़ पर चैक पोस्ट लगाया जाता है।
पुलिस खाली हाथ
जानकारी के अनुसार जमवारामगढ़, आंधी, चंदवाजी व मनोहरपुर के अलावा दौसा थाना क्षेत्र में कई वारदात ऐसी है, जिनका पुलिस आज तक खुलासा नहीं कर पाई है। जमवारामगढ़ थाना क्षेत्र के खवारानीजी गांव से गत 26 दिसम्बर 2017 को चोर 18 लाख रुपए से भरा एटीएम उखाड़ ले गए थे, लेकिन पुलिस आज तक सुराग नहीं लगा पाई है। चंदवाजी, मनोहरपुर, आंधी, जमवारामगढ़ व दौसा थाना क्षेत्र में भैंस व ट्रांसफॉर्मर चोरी के आरोपी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। वहीं जमवारामगढ़, आंधी व चंदवाजी थाना क्षेत्र में हुई आधा दर्जन से अधिक हत्या की गुत्थी अभी भी अनसुलझी है। इनके अलावा राजमार्ग पर लूटपाट की घटनाएं भी बढ़ रही हैं।
बदमाशों के भागने का रास्ता
स्थानीय लोगों ने बताया कि बदमाश किसी भी लूटपाट व अन्य वारदात को अंजाम देने के बाद चिलपली मोड़ से गुजर रहे जयपुर प्रतापगढ़ स्टेट हाइवे से होकर फरार हो जाते हैं। यह रास्ता अलवर से जुड़ा हुआ है। प्रतापगढ़ से कई रास्ते गुजरते हैं। पुलिस की गश्त व चेकिंग नहीं होने से बदमाश आसानी से भागने में सफल हो जाते हैं।
आधा दर्जन से अधिक की मौत
नवीनीकरण के बाद राजमार्ग पर दुर्घटना का ग्राफ बढ़ा है। गत 2 जुलाई को सड़क किनारे कार्य कर रहे दो मजदूरों की मौत हो गई थी। इससे पहले 22 जून को रतनपुरा के समीप डम्पर की टक्कर से पिता-पुत्र की मौत व मां-बेटी घायल हो गई थी। इसी प्रकार 11 जून को चिलपली मोड़ पर वाहन की टक्कर से बाइक सवार दो जनों की मौत हो गई थी। वहीं आंधी थाना क्षेत्र में हुई सड़क दुर्घटना में भी दो जने जान गंवा चुके हैं। साथ ही गत दो माह में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।
नहीं है वाहन
राजमार्ग पर स्थित रायसर बस स्टैण्ड पर पुलिस चौकी स्थित है, लेकिन वाहन की व्यवस्था नहीं है। इससे कभी भी हादसा या वारदात होने पर पुलिसकर्मियों को खुद की बाइक से ही जाना पड़ता है या 20 किमी. दूर जमवारामगढ़ थाने से जीप मंगवानी पड़ती है। इससे घटना स्थल पर पहुंचने में देरी हो जाती है।
इनका कहना है...
हाइवे पर पेट्रोलिंग की गाड़ी लगाने के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया है। पेट्रोलिंग वाहन की सख्त जरूरत है।
नागरमल कुमावत, थाना प्रभारी, जमवारामगढ़
हाइवे पर पेट्रोलिंग के लिए अलग से वाहन सरकार लगाती है। वैसे सम्बंधित थाने के पुलिसकर्मी हाइवे पर गश्त करते हैं।
अजयपाल लाम्बा, एसपी, जयपुर ग्रामीण