जानकारी अनुसार चाकसू क्षेत्र में आइसक्रीम के ठेलों व अन्य वाहनों से कार्य करने वाले बिहार निवासी 23 लोग मंगलवार सुबह जल्दी ही बिना मालिक को बताए बिहार के गांव के लिए पैदल ही निकल पड़े। कच्चे-पक्के रास्तों से होते हुए वे ग्राम काशीपुरा पहुंच गए।
यहां कच्चे रास्ते में बैठकर खाना खाते समय आसपास के लोगों ने एक साथ बाहर के लोगों को देखा तो कंट्रोल रूम में सूचना दे दी। सूचना पर कोटखावदा पुलिस मौके पर पहुंची। चाकसू से आए लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मुंह पर रूमाल या मास्क लगाकर दूर-दूर बैठाया। इसके बाद मामले की जानकारी अधिकारियों को दी। ग्राम विकास अधिकारी जीतराम चौधरी, पंचायत सहायक रोहिताश जैन, विष्णु जांगिड़, मनोहरलाल मीणा, महेंद्र नाथावत और विनोद गंगवाल सहित कई ग्रामीण मौके पर पहुंचे। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से दाल-चावल की व्यवस्था कर उनको भोजन करवाया।
थानाधिकारी हरिसिंह चौधरी ने जानकारी लेकर अधिकारियों को अवगत कराया। तहसीलदार मुकेश अग्रवाल ने अधिकारियों से बात कर एक वाहन लोगों को लाने के लिए काशीपुरा भेजा। इसमें सभी लोगों को बैठाकर चाकसू में आइसक्रीम फैक्ट्री संचालक के पास भिजवाया। तहसीलदार ने बताया कि चाकसू से आए लोगों को वापस चाकसू आइसक्रीम बिक्री कार्य करवाने वाले मालिक बाबूलाल के पास भिजवा दिया है। मालिक को मजदूरों की निगरानी और भोजन व्यवस्था व रहने की व्यवस्था के लिए पाबंद किया है। काशीपुरा में चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ. शिवदयाल शर्मा, एएनएम छोटी कुमारी, ममता देवी के साथ पहुंचे और सभी को कोरोना से बचाव के प्रति जागरूक किया।