वार्डवासी राजेश्वरी मीणा ने बताया कि वैसे तो पेयजल समस्या एक वर्ष से ही बनी हुई है। कभी रुक रुककर तो कभी कम दबाव में पानी आ जाता था। इसमें कुछ एक बर्तन भर जाते थे। उससे जैसे तैसे काम चला लेते थे। अब एक माह से तो नलों से पानी आना ही बंद हो गया है। नलों से तो अब केवल सीटी ही बजती रहती है। पानी के इंतजार के नाम पर केवल सीटी ही बजती है लेकिन पानी नहीं आता। नलों से जलापूर्ति नहीं होने से वार्डवासी महंगे दामों पर पानी का टैंकर मंगवाते हैं जो जेब पर भारी पड़ रहा है।
वार्डवासी बाबूलाल मीणा, भगवान सहाय मीणा, जगदीश प्रसाद मीणा, मोहनलाल मीणा, छोटूराम का कहना है कि पेयजल समस्या को लेकर एसडीएम, जलदाय विभाग तथा जनप्रतिनिधियों को एक वर्ष में आधा दर्जन से अधिक बार अवगत कराया जा चुका है। 15 दिन बाद भी ग्रामीण मौखिक व लिखित रूप से अवगत कराया। अधिकारियों को समस्या से अवगत कराते कराते उनके जूते तक घिस गए लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। वार्डवासियों ने बताया कि समस्या का जल्द ही समाधान नहीं होने पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। (कासं)