कृषि अधिकारी ने बताया कि पिछले दो दिन से बस्सी क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से खेतों में पानी भर गया। इससे फसलें खराब हो रही हैं। पानी के बहाव क्षेत्र में खेतों के कटाव के चलते फसलें नष्ट हो गई है। एक सप्ताह पहले भी हुई भारी बारिश के कारण खेतों से पानी भर गया था, जो अभी तक नहीं सूखा भी नहीं है। ऐसे में क्षेत्र में फिर से हो रही बारिश से खेतों में काफी जलजमाव हो गया है। इसके चलते फसलें खराब हो रही हैं। क्षेत्र में फसल खराबे का जायजा लिया जा रहा है।
किसानों को फसल बीमा योजना के टोल फ्री नम्बर 18002660700 पर फसल खराबे या आपदा होने पर बीमाधारक द्वारा तुरन्त या 72 घंटे के अंदर सूचना देनी है। टोल फ्री नम्बर पर किसानों को सुबह 9 से शाम 6 बजे तक फसल का नाम, गांव का नाम, नई ग्राम पंचायत, तहसील, जिला, पिन कोड नम्बर, अपना और पिता का नाम, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड नम्बर, फसल बीमा की एप्लीकेशन नम्बर, ऋणी बैंक का खाता संख्या, नाम, शाखा, खराबे वाल खेत का खसरा नम्बर और उसका क्षेत्रफल, खराबे या आपदा का कारण, दिनांक, फसल की बुआई दिनांक, अपने परिवार के एक सदस्य का नाम, उसका मोबाइल नंबर आदि सूचनाएं देनी होंगी। फिर भी यदि किसान को कहीं भी परेशानी आए, तो उसे अपने क्षेत्र के नजदीकी किसान सेवा केन्द्र या बैंक में सूचना देनी चाहिए।
कृषि अधिकारी के अनुसार बीमाधारक पीडि़त किसान फसल खराबे का यदि 72 घंटों में दावा नहीं कर पाता है, तो भी उसे मुआवजा मिलने की संभावना रहती है। उसे फिर सात दिन की अवधि में संबंधित किसान सेवा केन्द्र या बैंक को सूचित करना होगा। क्योंकि यह प्रक्रिया लम्बी होती है, इसलिए टोल फ्री नम्बर पर सूचित कर जल्द लाभ लिया जा सकता है। टोल फ्री नम्बर पर दावा करने के बाद तीन दिनों में सर्वे टीम किसान की फसल खराबे का जायजा लेती है।
क्षेत्र में फसल खराबे का जायजा लिया जा रहा है। किसानों को फसल बीमा योजना के टोल फ्री नम्बर पर फसल खराबे या आपदा होने पर बीमाधारक द्वारा तुरन्त या 72 घंटे के अंदर सूचना देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
जुगलकिशोर शर्मा, सहायक कृषि अधिकारी, बस्सी