गौरतलब है कि जलदाय विभाग के उच्च जलाशय से चंद कदमों की दूरी पर ही स्थित गढ़ कॉलोनी में गत करीब 35 वर्ष से पेयजल लाइनों के माध्यम से जलापूर्ति की जा रही है। मुख्य पेयजल लाइन जलदाय विभाग से राष्ट्रीय राजमार्ग पर होते हुए शक्ति विहार से होकर टीवी टॉवर के सामने से कॉलोनी में प्रवेश करती है। लम्बी दूरी की वजह से तथा नल कनेक्शनों की संख्या बढ़ते जाने के साथ ही लाइनों के जर्जर हो जाने के कारण लम्बे समय से नलों में पानी के कम दवाब व दूषित जलापूर्ति की समस्या विकट हो गई थी।
पत्रिका की ओर से पेयजल आपूर्ति की समस्या को अनेक बार प्रकाशित कर विभाग का ध्यान आकर्षण किया। गत माह पानी की समस्या से परेशान महिलाओं ने जलदाय कार्यालय पर प्रदर्शन कर आक्रोश जताया था। समस्या के समाधान के लिए अब जलदाय कार्यालय की मुख्य पेयजल लाइन से एक अतिरिक्त लाइन सीधे कॉलोनी की पेयजल लाइन में मिलान कर दी गई है। इससे पर्याप्त दवाब से जलापूर्ति होने लगी है। ओमप्रकाश बंसल, कैलाश चंद मीणा, अमीचंद यादव, महेश झांझरिया, नवनीत शर्मा व मुकेश फानन ने समस्या को प्रभावी ढंग से उठाने एवं समाधान तक पहुंचाने में सहयोग के लिए पत्रिका का साधुवाद किया है।