शहर की आबो हवा को प्रदूषित कर रहे इन वाहनों को लेकर जिम्मेदार भी लापरवाही की चादर तानकर सो रहे हैं। रही बात एआरटीओ की तो उसने इन गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन निलंबित कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली है। इन 50000 वाहनों में बाइक, टेंपो, कार वगैरह सब तरह की गाड़ियां शामिल हैं। रजिस्ट्रेशन खत्म होने के बाद भी ये वाहन सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं इसकी खोज खबर लेने वाला कोई नहीं। यही वजह है कि ये वाहन शहर की आबो हवा को तो दूषित कर ही रहे हैं, लोगों की जान भी जोखिम में डाल रहे है।
स्कूल बस की बात करें तो स्कूल संचालक बिना फिटनेस के स्कूली वाहन चलवाकर बच्चों की सुरक्षा को खतरे में डाल रहे हैं। आरटीओ ने ऐसे 95 वाहन चिन्हित किये हैं और उनके मालिकों को नोटिस जारी किया है। विभाग का कहना है कि फिटनेस के आधार पर दोबारा रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है। ऐसा न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की भी चेतावनी दी गयी है। जिन वाहनों का रजिस्ट्रेशन निलंबित हो चुका है उनका रजिस्ट्रेशन छह माह के भीतर कराना होगा। सम्भागीय परिवहन अधिकारी बस्ती मंडल सगीर अहमद ने बताया कि 15 साल की तय सीमा पूरी कर चुके 55 हजार वाहनों का रजिस्ट्रेशन निलम्बित कर दिया गया है। छह माह में दोबारा पंजीकरण नहीं कराया गया तो रजिस्ट्रेशन निरस्त होगा।
By Satish Srivastava