स्प्रीट से शराब बनाने का गोरखधंधा… क्षेत्र में स्प्रीट से शराब बनाने का गोरखधंधा चलने का खुलासा होने से प्रशासन की आंखे खुल गई है। स्प्रीट से बनी शराब जान लेवा हो सकती है। स्प्रीट बनाने के दौरान इसकी मात्रा का ध्यान नहीं रखा जाए या अन्य कोई खराबी होने पर यह शराब जानलेवा हो सकती है। पचास लीटर स्प्रीट से बड़ी मात्रा में शराब की खेप तैयार की जा सकती है। ऐसे में सवाल खड़े होते है कि इतनी बड़ी मात्रा में स्प्रीट आई कहां से? यह शराब की खेप कहां पर सप्लाई की जाती थी। यह गोरखधंधा कब से चल रहा था। हो चुकी है अतीतमंड शराब दुखांतिकाक्षेत्र में स्प्रीट से बनी शराब के कारण करीब 12 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। अतीतमंड शराब दुखांतिका ने कई परिवारों को बर्बाद कर दिया। इसमें अतीतमंड व केसरपुरा के कई परिवार प्रभावित हुए। इसके बावजूद क्षेत्र में स्प्रीट से शराब बनाने का गोरखधंधा चल रहा है। जबकि लॉक डाउन के दौरान हथकड़ी शराब बनाने के कई मामले पकड़े गए लेकिन स्प्रीट से शराब बनाने का मामला सामने नहीं आया। स्प्रीट से शराब बनाने का काम स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ होने के बावजूद चलता रहा। इतनी बड़ी मात्रा में मिली खेप ने व्यवस्था की भी पोल खोल दी है।