इसलिए कट रही मरीजों की जेब
अमृतकौर चिकित्सालय की सीटी स्कैन मशीन दस दिन से खराब
इसलिए कट रही मरीजों की जेब
ब्यावर. अमृतकौर चिकित्सालय में पिछले दस दिन से सीटी स्कैन मशीन खराब पड़ी है। इससे रोगियों को मंहगी कीमत चुका कर बाहर से सीटी स्कैन करवानी पड़ रही है। इससे रोगियों की जेब पर पांच सौ रुपए से लेकर एक हजार रुपए तक का अतिरिक्त भार पड रहा है। रोगियों का अनावश्यक रूप से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके बावजूद चिकित्सालय प्रशासन इसको गंभीरता से नहीं ले रहा है। जबकि अस्पताल में प्रतिदिन पच्चीस से अधिक रोगी आते है। अमृतकौर चिकित्सालय में चार जिलो के मरीज आते है। इसमें राजसमन्द, पाली, भीलवाडा व नागौर जिले के ब्यावर के आस-पास के क्षेत्र के मरीज यहां उपचार करवाने आते है। इनमें रायपुर, भीम, बदनोर, आसींद, रियाबडी, मसूदा, टॉडगढ, पीसांगन, खरवा सहित अन्य स्थानों से रेफर होने वाले मरीज अमृतकौर चिकित्सालय में आते है। प्रतिदिन एक हजार से अधिक मरीजों का आउटडोर रहता है। इनमें से पच्चीस के करीब मरीजों की अलग-अलग तरह की प्रतिदिन सीटी स्कैन भी करवाने की चिकित्सक सलाह देते है। सीटी स्कैन खराब होने से मरीजों को निजी स्तर पर सीटी स्कैन करवानी पड रही है। अमृतकौर चिकित्सालय में सात सौ रुपए में जो सीटी स्कैन हो जाती है। बाहर सीटी स्कैन करवाने के लिए एक हजार दौ सौ से लेकर एक हजार आठ सौ रुपए तक अदा करने पड रहे है। इससे मरीजों की जेब पर पांच सौ रुपए से लेकर एक हजार रुपए तक अतिरिक्त दबाव पड रहा है।