सब्जी की खेती करने वाले कृषक हीरालाल सोनी ने बताया कि सब्जी की खेती में मौसम का प्रभाव सबसे ज्यादा हो रही है। विगत एक माह से बार-बार मौसम में अचानक बदलाव आने के कारण असमय बारिश, कोहरा, बदली के कारण सब्जी की खेती को काफी प्रभावित हो रही है।
टमाटर के पौधे मुरझा कर मरने लगे हैं। टमाटर की क्वालिटी भी खराब होने लगी है। फूल गोभी में फंगस और ईल्ली का प्रकोप बढ़ने लगा हैं। इस प्रकार मौसम का कहर सबसे ज्यादा सब्जी की खेती में पड़ा है। इसी प्रकार रबी फसल में अरहर की फसल को शुरू से ही अनुकूल मौसम नहीं मिल पाया । इसके कारण अरहर की फसल काफी प्रभावित हुई है।
धनिया फसल में फूल मुरझाने लगे हैं इसके करण फल काम आएंगे। धनिया की क्वालिटी अच्छी नहीं होगी। कीटनाशक एवं आवश्यक पोषक तत्व देने के बावजूद भी सब्जी के पौधों में लग रहे इल्ली और फंगस का प्रकोप कम नहीं हो पा रहा है। इसका प्रमुख कारण कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा बताया जा रहा है कि अनुकूल मौसम नहीं मिलना है।कृषक स्वरूप साहू ने बताया कि रबी फसल में सबसे ज्यादा तिवरा, लाख, चना, मसूर धनिया आदि फसल को क्षति होने का अंदेशा बना हुआ है। केवल गेहूं का फसल ही अच्छी है ।
एसएडीओ बेमेतरा श्याम लाल साहू ने बताया कि रबी फसल के लिए विगत जनवरी महीने से ही मौसम में बार-बार परिवर्तन होने के कारण एवं अनुकूल मौसम नहीं मिलने के कारण फसल काफी प्रभावित हो रही है। अरहर की फसल बुरी तरह से प्रभावित हुई है। केवल गेहूं की फसल ही प्रतिशत ठीक है । शेष रबी फसल पर मौसम का प्रभाव काफी पड़ा है। जिससे उत्पादन में काफी कमी आने की अंदेशा है।