मामला नवागढ़ तहसील के पटवारी हल्का नं. 2 ग्राम धौराभाटकला एवं धौराभाटखुर्द में स्थित लगानी भूमि का है। प्रार्थी लखनलाल भास्कर ने बताया कि वह वर्तमान में दाढ़ी थाना क्षेत्र के ग्राम दामापुर में निवासरत है। उनकी पैतृक संपत्ति नवागढ़ तहसील के ग्राम धौराभाटकला एवं धौराभाटखुर्द में है। लखनलाल ने बताया कि वे लोग छह भाई हैं। जिसमें से वह सबसे बड़ा है। दूसरे नंबर के भाई की मृत्यु हो चुकी है, लेकिन छोटे भाइयों ने मुझे भी मृत घोषित कर गांव में स्थित पैतृक लगानी जमीन को कूटरचना कर तहसीलदार के माध्यम से आपस में बांट लिया है।
लखनलाल ने बताया कि उनके भाइयों के आवेदन पर नवागढ़ तहसीलदार ने 10 अगस्त 2017 को मुझे मृत घोषित करते हुए अन्य भाइयों में संपत्ति का बराबर बंटवारा करने के लए दावा-आपत्ति मंगाया था। चूंकि वह वर्तमान में दामापुर में निवासरत था, जिसके कारण उन्हें जानकारी नहीं हो पाई थी और वह आपत्ति दर्ज नहीं कर पाया था। ऐसे में प्रार्थी ने अपने को जीवित बताते हुए उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
प्रार्थी लखन लाल भास्कर अपने साथ हुए धोखाधड़ी एवं भाइयों द्वारा उन्हें मृत घोषित किए जाने पर व्यथित होते हुए जिला कार्यालय में कलेक्टर व जिले के पुलिस कप्तान के सामने चलकर दिखाया कि वह जीवित है। जिन्हें भाइयों ने मृत घोषित कराया है। प्रार्थी लखनलाल ने दोषियों पर उचित कार्रवाई करते हुए संपत्ति में बराबर का हिस्सा दिलाए जाने की मांग की है।
एक अन्य मामले में नांदघाट तहसील के ग्राम भिलौनी निवासी वृद्धा सतन बाई अपने पति बहलगीर के साथ अपनी मां रामकुंवर की भूमि का फौती दर्ज कराने के लिए बीते चार साल से हल्का पटवारी सहित तहसील कार्यालय का चक्कर काट रही है, लेकिन वृद्धा की कोई सुनने वाला नहीं है। बुजुर्ग बहलगीर अपने जीवित पत्नी को उनके मां की जमीन का फौती दर्ज कर अपने हिस्से की जमीन अपना नाम दर्ज कराना चाह रहा है। जिला कार्यालय पहुंचकर बुजुर्ग दंपती ने फौती दर्ज करते हुए रिकार्ड दुरुस्त करने की मांग कलेक्टर से की है। बहरहाल संपत्ति को लेकर तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जाने के नए-नए मामले सामने आने लगे हैं।