पढ़ें, क्यों ब्लू गैंग में शामिल हो रही महिलाएं
बैतूल में नशा मुक्ति के लिए नवाचार ब्लू गैंग के रूप में प्रारंभ किया गया। जिसमें जिले के समस्त थानों में नशा मुक्ति के लिए ब्लू गैंग सक्रिय बताई जाती है। नशा मुक्ति के लिए प्रेरित करने वाली महिलाओं को ब्लू गैंग में सम्मिलित किया गया है।
26 women of Madvi were included in Blue Gang.
बैतूल। बैतूल में नशा मुक्ति के लिए नवाचार ब्लू गैंग के रूप में प्रारंभ किया गया। जिसमें जिले के समस्त थानों में नशा मुक्ति के लिए ब्लू गैंग सक्रिय बताई जाती है। नशा मुक्ति के लिए प्रेरित करने वाली महिलाओं को ब्लू गैंग में सम्मिलित किया गया है। इनके द्वारा गांव-गांव जाकर लोगों को अवैध शराब बिक्री और लोगों को शराब के नशे से दूर रहने के लिये जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है।साथ ही घर-घर जाकर समझाईश दी जा रही है कि लोग शराब के नशे से दूर रहे। इसी तारतम्य में रविवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज सोनी एवं नमता सोधिया एसडीओपी मुलताई के मार्गदर्शन में ब्लू गंैग की महिलाओं द्वारा ग्राम मांडवी में वहां की महिलाओं के साथ संवाद कर ग्राम के लोगों को नशा मुक्ति के लिए प्रेरित किया गया एवं ग्राम माड़वी की 26 महिलाओं को ब्लू गंग में शामिल किया गया।
पुलिस के समकक्ष कार्य कर रही महिलाएं
ब्लेू गैंग की महिलाएं नशा मुक्ति अभियान के तहत पुलिस के समकक्ष काम कर रही है। बैतूल आदिवासी जिला होने की वजह से यहां मुहआ की कच्ची शराब अवैध तरीक ेसे बढ़े पैमाने पर बनाई जाती है। शराब के कारण कई परिवार बर्बाद हो रहे हैं। ऐसे में एसपी द्वारा जिले में नशामुक्ति के लिए नवाचार करते हुए महिलाओं को ब्लू गैंग बनाई गई। ब्लू गैंग की महिलाएं अब पुलिस के साथ अवैध शराब के ठिकानों पर कार्रवाई करने के लिए भी पहुंचती है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां कुछ लोगों द्वारा घरों में अवैध शराब बेची जाती है।
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