इन शॉर्प शूटरों को हत्या के लिए दो लाख रुपए की सुपारी दी गई थी। इसमें एक शूटर पहले हुए कातिलाना हमले में भी शामिल रहा था। हत्या की मुख्य वजह चल रही पुरानी रंजिश बताई जा रही है। हत्याकाण्ड का षड्यंत्र हैदराबाद में रचा गया और फिर शॉर्प शूटरों की मदद से अंजाम दिया गया।
जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार टांक ने बताया कि शहर में गत 11 सितम्बर को न्यू सिविल लाइन कॉलोनी में साबौरा ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच और कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष दान सिंह की बाइक सवार दो अज्ञात जनों ने घर के सामने गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना में मृतक के पुत्र गजेन्द्र सिंह ने मथुरा गेट थाने पर कई लोगों को नामजद करते हत्या का मामला दर्ज कराया था। प्रकरण के खुलासे के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) भरतलाल मीना के नेतृत्व में टीम गठित की गई।
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कांग्रेस नेता की हत्या का मामला: आश्वासन मिलने पर शाम को लिया शव,आरोपितों की तलाश में यूपी में दबिश पुलिस की कई टीमों ने पड़ोसी जिले सहित दक्षिण भारत के हैदराबाद व सिकन्दराबाद में आरोपितों की तलाश की गई। छानबीन के बाद पुलिस ने पड़ोसी उत्तरप्रदेश के मथुरा जिले के शॉर्प शूटर प्रहलाद उर्फ
धर्मेन्द्र पुत्र ज्ञानेन्द्र निवासी एलवारा थाना कोसीकला व शाकिर पुत्र पप्पू मेव निवासी चौकी बांगर जिला मथुरा तथा अनेक सिंह पुत्र रतन सिंह, महिला ओमवती पत्नी रतन सिंह व गुड्डी पत्नी लाल सिंह निवासी साबौरा को धरदबोचा।
पूछताछ में सामने आया कि मृतक दान सिंह की कुम्हेर तहसील के गांव साबौरा के ही रतन सिंह चाहर के परिजनों से करीब चार साल से रंजिश चल रही थी। इसमें दोनों पक्षों की ओर से कुम्हेर और शहर के मथुरा गेट थाने में मुकदमे दर्ज कराए गए। इन प्रकरणों में रतन सिंह पक्ष के लोगों की गिरफ्तारी होने पर रंजिश और बढ़ गई। जिस पर रतन सिंह पक्ष ने दान सिंह की हत्या का षड्यंत्र रच वारदात को अंजाम दिया।
शॉर्प शूटरों को दी थी 2 लाख की सुपारी
पूर्व सरपंच दान सिंह पर पहले हुए कातिलाना हमले में हैदराबाद में रहकर फरारी काट रहे रतन सिंह चाहर पक्ष के परिजन अनूप सिंह व लाल सिंह को करीब तीन माह पहले पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इससे रतन सिंह का बिखर गया और उन्होंने हत्याकाण्ड की साजिश रची।
इन्होंने मथुरा जिले के कोली कलां थाने के गांव एलवारा निवासी शॉर्प शूटर प्रहलाद उर्फ धर्मेन्द्र से दो लाख रुपए में दान सिंह की हत्या का सौदा किया। इसमें 40 हजार रुपए एडवांस दिए। प्रहलाद ने इस काम में अपने साथी शाकिर मेव निवासी चौकी बांगर (नगला उटावर) थाना कोसी कलां को साथ लिया। इन्होंने दान सिंह की हत्या की साजिश रची और संभावित स्थानों की रैकी की।