उन्होंने कहा कि मृतक के परिवार के लिए राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं यथा बीपीएल योजना, पालनहार योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना सहित अन्य योजनाओं का लाभ प्राथमिकता से दिलाया जायेगा। मृतक परिवार द्वारा हाथबटाई पर की जा रही फसल खराबा का मुआवजा का लाभ भी दिलाया जायेगा। मृतक के परिवार की आर्थिक तंगहाली के कारण ग्रामीणों द्वारा मृतक की पत्नी को नौकरी दिलाये जाने की मांग की जिस पर प्रभारी मंत्री ने जिला कलक्टर को नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिये।
इसके बाद मंत्री ने काश्तकारों के खेतों पर पहुंचकर फसल में हुई क्षति का जायजा लेकर स्वंय एवं राज्य सरकार की ओर से किसानों की प्राकृतिक आपदा के कारण फसलों को हुई क्षति पर दुःख व्यक्त किया तथा राज्य सरकार द्वारा किसानों को मुआवजे के लिए चलाये जा रहे विशेष गिरदावरी अभियान एवं प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत एचडीएफसी एरगो बीमा कम्पनी के द्वारा भी किसानों के प्राप्त फसल मुआवजा आवेदनों के सर्वे की कार्यवाही की जा रही है।
उन्होंने बताया कि कम्पनी के पास अब तक लगभग 23 हजार से अधिक की संख्या में फसल मुआवजा आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। कोई भी पीड़ित किसान फसल की क्षति के मुआवजे से वंचित नहीं रहेगा। उन्होंनें किसानों से आग्रह किया कि वे विशेष गिरदावरी अभियान के दौरान राजस्व कार्मिकों का सहयोग करें एवं यह भी निगरानी रखें कि ग्राम पंचायत का कोई भी फसल खराबे से पीडित किसान मुआवजा आवेदन से वंचित न रहे।
इस अवसर पर जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने कहा कि मृतक किसान के परिवार द्वारा हाथबटाई पर की जा रही फसल के खराबे के नुकसान के मुआवजे के लिए 5 रूपये के स्टाम्प पर इकरारनामे के आधार पर दिये जाने का प्रावधान राज्य सरकार द्वारा किया गया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रभारी मंत्री द्वारा दिये गये निर्देशों के तहत मृतक कृषक के परिवार को पात्रता के आधार पर प्राथमिकता से राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जायेगा।
मंत्री के दौरे के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) नरेश कुमार मालव, उपखण्ड अधिकारी भरतपुर संजय गोयल, पंचायत समिति सेवर के विकास अधिकारी देवेन्द्र सिंह तथा नगर निगम पार्षद सतीश सोगरवाल सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, बडी संख्या में पीडित किसान व गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।