रुमाल पर लिखे सुसाइड नोट में मृतका ने अपने भाई और होने वाले पति के लिए लिखा है। इसमें कहा कि वह एक अच्छी पत्नी और बहन नहीं बन पाई। मृतका की मार्च में शादी होने थी। वह कस्बे में किराये के मकान पर रह रही थी। पुलिस ने बुधवार को पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया।
थाना प्रभारी राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि नदबई के झारकई गांव निवासी मृतका शिक्षका निशा चौधरी (24) पुत्री गोपालराम जाट नगर कस्बे में अलवर रोड स्थित गणेश विहार कॉलोनी में किराये के मकान में अकेली रहती थी। वह राजकीय प्राथमिक विद्यालय खेड़ली गुर्जर में तृतीय श्रेणी की शिक्षिका थी।
कस्बे से स्कूल में साथी शिक्षिका पूनम कुमारी के साथ जाती थी। पूनम सुबह निशा के घर पहुंची, कमरे का दरवाजा बंद मिला। आवाज लगाने पर कोई हलचल नहीं हुई तो उसने मकान मालिक हरलाल के परिजनों को सूचना दी।
मकान मालिक ने मौके पर पहुंच दरवाजा खटखटाया, लेकिन गेट नहीं खुला। जिस पर पुलिस व निशा के परिजनों को सूचना दी। परिजनों के आने पर पुलिस ने गेट तुड़वाया, कमरे में अंदर निशा का शव पंखे से लटका मिला। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर उसे मोर्चरी भिजवाया।
एक माह पुराना मिला सुसाइड नोट
मृतका के कमरे से एक पॉलीथीन में रुमाल मिला जिस पर खून के धब्बे लगे थे। रुमाल पर एक तरफ 18 दिसम्बर एवं दूसरी ओर 19 दिसम्बर 2018 अंकित था। सुसाइड नोट पर अपने भाई एवं दूसरी तरफ कान्हा को संबोधित करते लिखा है। मृतका की नदबई तहसील के गांव सरसैना निवासी शिक्षक राहुल से सगाई हुई थी। उसकी शादी 10 मार्च को होनी थी, जिसकी उसके घर में तैयारी चल रही थी।