scriptनरेगा में फर्जीवाड़ा: पोर्टल पर एक ही फोटो बार-बार अपलोड कर उठा रहे भुगतान | Fraud in NREGA: Payments are being taken by uploading the same photo repeatedly on the portal | Patrika News
भरतपुर

नरेगा में फर्जीवाड़ा: पोर्टल पर एक ही फोटो बार-बार अपलोड कर उठा रहे भुगतान

डीग जिले के मेवात में कामां, पहाड़ी व नगर पंचायत समिति की ग्राम पंचायतों में नरेगा में फर्जीवाड़ा कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है।

भरतपुरMay 28, 2024 / 03:33 pm

Akshita Deora

डीग जिले के मेवात में कामां, पहाड़ी व नगर पंचायत समिति की ग्राम पंचायतों में नरेगा में फर्जीवाड़ा कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। एनएमएमएस पोर्टल (नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम) पर एक ही फोटो बार-बार अपलोड कर फर्जी भुगतान उठाया जा रहा है। फर्जीवाड़ा करने वाले इसमें भी श्रमिकों की जगह बदल-बदल कर पोर्टल पर फोटो अपलोड कर रहे हैं, लेकिन कुछ केस की पड़ताल की तो सच सामने आया। सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा भी इन्हीं तीन पंचायत समितियों में सामने आया है।
जिला लोकपाल प्रवीण फौजदार की ओर से 20 मई, 22 मई, 25 मई व 27 मई को नरेगा योजना के तहत चल रहे कार्यों का पोर्टल पर अवलोकन किया तो पंचायत समिति कामां व पहाड़ी की छह ग्राम पंचायतों में फर्जीवाड़ा निकला। 22 मई को एक ग्राम पंचायत में फर्जीवाड़ा मिला। ज्ञात रहे कि सरकार ने मनरेगा योजना को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए अप्रेल 2022 में एनएमएमएस (नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम) व्यवस्था लागू की। नियमानुसार श्रमिकों की हाजिरी इस पर ऑनलाइन होनी चाहिए, साथ ही श्रमिकों के काम करते के फोटो अपलोड होने चाहिए। लेकिन मनरेगा से जुड़े कर्मचारियों ने इस व्यवस्था के साथ भी ‘भ्रष्टाचार’ शुरू कर दिया है। स्थिति यह है कि मजदूरों के एक ही फोटो कई दिन और कई बार अपलोड किए जा रहे हैं। ज्यादातर मेट जो फोटो अपलोड कर रहे हैं, उनमें वही श्रमिक बार-बार दिख रहे हैं। कुछ फोटो में श्रमिकों की जगह बदलकर उनके फोटो डाले जा रहे हैं। यहां तक कि खानापूर्ति के तौर पर कच्चे रास्ते, दीवारें तथा सर्दियों में गर्म कपड़े पहने हुए के पुराने फोटो भी डाले गए हैं। गौर करने वाली बात यह है कि अफसर आज तक यह चोरी नहीं पकड़ पाए।

यह है नियम

सरकार ने नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम एक अप्रेल 2022 से लागू किया था। नियम यह था कि मनरेगा में जहां 20 या 20 से ज्यादा श्रमिक काम करेंगे। मेट काम करते श्रमिकों के फोटो इस एप पर अपलोड करेंगे। शर्त यह थी कि एक फोटो में 10 से ज्यादा श्रमिक नहीं होने चाहिए। यानी किसी जगह 50 श्रमिक काम कर रहे हैं तो 10-10 के ग्रुप में 5 फोटो अपलोड होंगे।

केस नं- 1

22 मई 2024 को नगर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत पुनाय में पोखर खुदाई कार्य गोलकी मॉडल तालाब में मस्ट्रोल संख्या 1207 व 1221 में एक समान फोटो अपलोड किया गया है। मस्ट्रोल संख्या 1206, 1220, 1208 में एक समान फोटो अपलोड किया गया है।

केस नं- 2

कामां पंचायत समिति की ग्राम पंचायत करमूका में ग्रेवल सडक़ निर्माण बिलोंद रोड से लुहेसर सीमा तक घाटी की ओर में मस्ट्रोल संख्या 1300 से 1301 में समान श्रमिकों का फोटो दोनों मस्ट्रोलों में अपलोड किया गया है। मस्ट्रोल संख्या 1302 से 1304 में एक समान फोटो हैं।

केस नं-3

पहाड़ी पंचायत समिति की ग्राम पंचायत गंगौरा ग्रेवल सडक़ निर्माण हनीफ की दुकान से वाहिद के घर की ओर में मस्ट्रोल संख्या 1570 से 1576 में दिनांक 22 मई 2024 एवं 27 मई 2024 में एक ही फोटो सभी मस्ट्रोलों में अपलोड किया गया है।
कामां, पहाड़ी व नगर पंचायत समिति के विकास अधिकारी कम कार्यक्रम अधिकारी को पत्र प्रेषित कर गड़बडिय़ों से अवगत करा दिया है। संबंधित दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर पांच दिन में सूचना भिजवाने को निर्देशित किया है। कार्यों में की गई फर्जी हाजिरी का भुगतान नहीं कराने के लिए कहा गया है।
प्रवीण फौजदार, लोकपाल, महात्मा गांधी नरेगा

Hindi News/ Bharatpur / नरेगा में फर्जीवाड़ा: पोर्टल पर एक ही फोटो बार-बार अपलोड कर उठा रहे भुगतान

ट्रेंडिंग वीडियो