दूसरे दिन क्रेन की सहायता से ट्रक काे हटाया ताे बाइक सवार का शव देख हर काेर्इ हक्का-बक्का रह गया। ग्रामीणाें का कहना है कि हादसे के समय पुलिस आैर हार्इवे टाेल कंपनी के कर्मचारी आए थे लेकिन वे सुबह हटाने की कहकर चले गए।
करीब 12 घंटे बाद ट्रक को सीधा किया तो नया गांव माफी निवासी राधेश्याम का शव मिला। 25 वर्षीय राधेश्याम पुत्र मानसिंह मीणा बहन को ससुराल ललिता मूडिया छोड़ने गया था। वहां से वह रविवार रात करीब 9 बजे लौट रहा था। तभी रास्ते में भरतपुर से आ रहा ट्रक अनियंत्रित होकर पटल गया। इस ट्रक के नीचे राधेश्याम बाइक सहित दब गया।
घटना की जानकारी होते ही मौके पर पुलिस और हाईवे सेफ्टी की टीम पहुंची, लेकिन वे ट्रक काे सुबह हटाने की कहकर चले गए। उधर राधेश्याम के घरवाले पूरी रात उसे फाेन करते रहे पर काेर्इ जवाब नहीं मिला। सोमवार सुबह 7 बजे हाईवे सेफ्टी टीम दुबारा पहुंचीं और ट्रक से गिट्टी निकालकर करीब 10.45 बजे ट्रक को खाली कर लिया गया।
इसके बाद 11 बजे जेसीबी ने ट्रक सीधा किया तो ट्रक के नीचे बाइक सहित राधेश्याम मिला। पुलिस पहुंचती उससे पहले ही ट्रक चालक, परिचालक और मालिक वहां से फरार हाे गए। बाइक भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई पर युवक के मोबाइल का कुछ नहीं बिगड़ा। घटना की जानकारी मिलते ही बहन गीता बदहवास हाे गर्इ। उसका राे-राेकर बुरा हाल है। गीता केवल इतनी की कह पाई कि काश उसने भाई को रोक लिया होता।
मालूम हाे कि 2017 में JAIPUR में भी एेसा ही हादसा हुआ था, जिसमें नमक से भरा एक ट्रक नियंत्रण खोने के कारण अचानक कार पर पलट गया। हादसे में कार में सवार सभी पांच लोगों की ट्रक के नीचे दबने से मौत हो गई थी।