सीएम गहलोत ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘फिल्म में महाराजा सूरजमल जी के चित्रण को लेकर जो प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, ऐसी स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए थी। सेंसर बोर्ड इसमें हस्तक्षेप करे और संज्ञान ले। डिस्ट्रीब्यूटर्स को चाहिए कि फिल्म के प्रदर्शन को लेकर जाट समाज के लोगों से अविलम्ब संवाद करें।
केबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने चेतावनी दी कि फिल्म पर प्रतिबंध लगाएं वरना कानून बिगड़ सकती है। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुख की बात है कि ऐतिहासिक तत्थों से छेड़छाड़ करते हुए भरतपुर के महाराजा सूरजमल जाट जैसे महान पुरुष का चित्रण पानीपत फिल्म में बेहद गलत तरीके से किया गया है। इससे जाट समुदाय में भारी रोष है।