हाई-वे पर टोल से एसएसओ निकलवाते थे दलाल की गाड़ी पूछताछ में सामने आया कि दलाल प्रमोद शर्मा जब भी जयपुर से भरतपुर आता-जाता था तो वह हाई-वे के थानों पर तैनात एसएचओ को फोन करता था, जिस पर थाना प्रभारी टोल से उसकी गाड़ी को डीआइजी के रिश्तेदार बताकर निकलवाते थे। सूत्रों के अनुसार एक थाना प्रभारी ने बकायदा दलाल प्रमोद शर्मा से हुई बातचीत को रिकॉर्ड कर रखा था, जिसे उसने पूछताछ में एडीजी को बताया।
सबसे पहले खोह एसएचओ को बुलाया अन्वेषण भवन में पूछताछ के चलते यहां पर किसी भी व्यक्ति की आवाजाही पर मनाही थी। पूछताछ के लिए थाना प्रभारी पहले ही अन्वेषण भवन पहुंच गए थे। सबसे पहले पूछताछ खोह थाना प्रभारी से हुई। इसके बाद खनन क्षेत्र और हाई-वे पर तैनात थाना प्रभारियों को एक-एक करके पूछताछ के लिए बुलाया गया। केवल गढ़ीबाजना, लखनपुर, शहर में कोतवाली, मथुरा गेट व एक अन्य थाने को छोड़कर सभी से पूछताछ की गई। शिकायतकर्ता उद्योगनगर थाना प्रभारी से एडीजी ने शाम को पूछताछ की। बताया जा रहा है कि दलाल ने रेंज के करीब 30 से 35 एसएचओ से बात की थी।
बयाना व रुदावल में दलाल ने पत्थर खरीद की थी बात जानकारी के अनुसार दलाल प्रमोद शर्मा ने जिले के बयाना व रुदावल इलाके में पत्थर खरीद के लिए पुलिस अधिकारियों के सहयोग से पत्थर व्यवसायियों से भी बात की थी। सूत्रों के अनुसार वह पूर्व डीआइजी के नाम पर पत्थर भिजवाने के लिए कहता था। गौरतलब रहे कि दलाल शर्मा का रुदावल में ससुराल है और वह एक-दो बार पुलिस के सरकारी वाहन से ससुराल जा चुका है। पकड़े जाने से करीब 15 दिन पहले भी वह ससुराल होकर आया था।
दलाल को भरतपुर लाकर आमने-सामने हो सकती है पूछताछ माना जा रहा है कि एसीबी दलाल प्रमोद शर्मा को भरतपुर लाकर डीआइजी के स्टाफ समेत अन्य थाना प्रभारियों को बुलाकर आमने-सामने पूछताछ कर सकती है। एसीबी ने दलाल को पूछताछ के लिए रिमाण्ड पर लिया है। एसीबी की टीम ने डीआइजी के स्टाफ की जानकारी ली है।