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भरतपुर

चुनिए शहर की नई सरकार, नगर निगम चुनाव के लिए मतदान आज

नगर निगम भरतपुर के 64 और नगरपालिका रूपवास के 25 वार्डों में पार्षद पद के लिए शनिवार सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा।

भरतपुरNov 15, 2019 / 10:50 pm

rohit sharma

चुनिए शहर की नई सरकार, नगर निगम चुनाव के लिए मतदान आज

चुनिए शहर की नई सरकार, नगर निगम चुनाव के लिए मतदान आज

भरतपुर. नगर निगम भरतपुर के 64 और नगरपालिका रूपवास के 25 वार्डों में पार्षद पद के लिए शनिवार सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा। 2014 में भरतपुर नगर निगम में 50 वार्ड थे, लेकिन इस पुनर्सीमांकन के बाद 15 वार्ड बढ़ गए थे। जबकि रूपवास नगरपालिका का पहली बार चुनाव हो रहा है। जहां रूपवास में पहली बार हो रहे चुनाव को लेकर उत्साह का माहौल है तो भरतपुर नगर निगम के 65 वार्डों में मुकाबला रोमांचक नजर आ रहा है। रातभर प्रत्याशी और उनके समर्थक एक-दूसरे प्रत्याशी के वोट बैंक में सेंध लगाने की जुगत में लगे रहे। हालांकि रातभर पुलिस की सख्ती और गश्त के कारण उनमें खासा डर भी दिखाईदिया। नगर निगम के वार्ड 22 में एक ही प्रत्याशी के मैदान में डटने के कारण वहां निर्विरोध निर्वाचन हो गया है। इसलिए वहां मतदान नहीं होगा। ऐसे में अब नगर निगम के 64 वार्डों के 159 मतदान केंद्रों पर एक लाख 69 हजार 112 मतदाता मतदान करेंगे।
वोट डालने के लिए यह 11 दस्तावेज मान्य

आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, आयकर पहचान पत्र, मनरेगा जॉब कार्ड, सांसदों, विधानसभा सदस्यों को जारी किए गए सरकारी पहचान पत्र, केंद्र सरकार/राज्य सरकार, राज्य पब्लिक लिमिटेड कंपनी, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम की ओर से अपने कर्मचारियों को जारी किए जाने वाले फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, श्रम मंत्रालय की ओर से जारी फोटोयुक्त स्वास्थ्य बीमा योजना स्मार्ट कार्ड, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज जैसे कि भूतपूर्व सैनिक पेंशन बुक, पेंशन अदायगी आदेश, भूतपूर्व सैनिक, विधवा, आश्रित प्रमाण पत्र, वृद्धावस्था पेंशन आदेश, विधवा पेंशन आदेश, सक्षम अधिकारी की ओर से जारी फोटोयुक्त छात्र पहचान पत्र, सक्षम प्राधिकारियों की ओर से जारी फोटोयुक्त शारीरिक विकलांगता प्रमाण पत्र, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, डाकघर की ओर से जारी फोटोयुक्त पासबुक शामिल हैं।

नोटा भी बिगाड़ सकता है गणित

निकाय चुनाव में पहली बार वर्ष 2014 में नोटा का इस्तेमाल हुआ था। इसके बाद विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव में भी नोटा का इस्तेमाल होता आ रहा है लेकिन निकाय चुनाव में नोटा का इस्तेमाल अब दूसरी बार होगा। वार्डों का छोटा क्षेत्र होने से कम मतदाता होते हैं। ऐसे में ज्यादा प्रत्याशी वाले वार्डों में नोटा से हार-जीत का गणित बिगड़ सकता है। नोटा के जहां ज्यादा बटन दबाए जाएंगे, वहां हार-जीत के परिणाम उम्मीद से कुछ अलग हटकर आएंगे। जिन वार्डों में प्रत्याशियों को आम मतदाता नहीं जानता, असमंजस में नोटा उसके लिए ऑप्शन हो सकता है। इतना ही नहीं कुछ वार्ड नगर निगम में ऐसी भी हैं, जहां एक ही पार्टी, जाति के समर्थकों के चुनाव में खड़ा होने के कारण इसका उपयोग परिणाम भी प्रभावित कर सकता है। चूंकि 2013 के भरतपुर विधानसभा के चुनाव में 8602, 2014 के लोकसभा चुनाव में 5935, 2018 के विधानसभा चुनाव में 8882 वोटनोटा के लिए जिले में सर्वाधिक यहां से ही दिए गए थे।
किस वार्ड में कितने मतदाता

नगर निगम के वार्ड संख्या एक में 198 0, वार्ड दो में 198 2, वार्ड तीन में 236 2, वार्ड चार में 1703, वार्ड पांच में 2028 , वार्ड छह में 2550, वार्ड सात में 2103, वार्ड आठ में 1999, वार्ड नौ में 2212, वार्ड 10 में 1772, वार्ड 11 में 1431, वार्ड 12 में 2577, वार्ड 13 में 3590, वार्ड 14 में 2202, वार्ड 15 में 216 1, वार्ड 16 में 26 41, वार्ड 17 में 18 42, वार्ड 18 में 2936 , वार्ड 19 में 356 8 , वार्ड 20 में 2571, वार्ड 21 में 3147, वार्ड 22 में 28 24, वार्ड 23 में 258 3, वार्ड 24 में 3051, वार्ड 25 में 26 74, वार्ड 26 में 3725, वार्ड 27 में 3319, वार्ड 28 में 278 6 , वार्ड 29 में 28 6 5, वार्ड 30 में 3555, वार्ड 31 में 3105, वार्ड 32 में 2553, वार्ड 33 में 3753, वार्ड 34 में 2197, वार्ड 35 में 26 53, वार्ड 36 में 2900, वार्ड 37 में 246 2, वार्ड 38 में 2730, वार्ड 39 में 2728 , वार्ड 40 में 278 4, वार्ड 41 में 2500, वार्ड 42 में 28 17, वार्ड 43 में 276 7, वार्ड 44 में 3238 , वार्ड 45 में 3243, वार्ड 46 में 3125, वार्ड 47 में 278 4, वार्ड 48 में 3549, वार्ड 49 में 3300, वार्ड 50 में 2796 , वार्ड 51 में 28 25, वार्ड 52 में 3219, वार्ड 53 में 3117, वार्ड 54 में 2198 , वार्ड 55 में 18 25, वार्ड 56 में 1957, वार्ड 57 में 26 05, वार्ड 58 में 26 97, वार्ड 59 में 196 2, वार्ड 6 0 में 238 9, वार्ड 6 1 में 2152, वार्ड 6 2 में 26 09, वार्ड 6 3 में 2424, वार्ड 6 4 में 2796 एवं वार्ड 6 5 में 2438 मतदाता हैं।

2014 में चुनाव के बाद के बाद इनके जिम्मे रही शहरी सरकार

वार्ड एक में सुदेश कुमार, वार्डदो में तेजसिंह मीना, वार्ड तीन में सुरजीत सिंह, वार्डचार में सोनदेई, वार्डपांच में भूरी देवी, छह में समुंदर सिंह, सात में विनीता भौंट, आठ में मोती सिंह, नौ में शिवसिंह भोंट, 10 में सरिता रानी, 11 में इंद्रजीत भारद्वाज, 12 में वीरमति, 13 में भरत सिंह, 14 में कुलदीप धाउ, 15 में विमलेश, 16 में संजय शुक्ला, 17 में गिरीश चौधरी, 18 में रेनू गौरावर, 19 में कुंता देवी, 20 में चरनदास वाल्मीकि, 21 में राजकुमारी, 22 में रीना पठानिया, 23 में राकेश पठानिया, 24 में ममता दिवाकर, 25 में श्वेता चीमा, 26 में चंद्रवती, 27 में संजय बूटोलिया, 28 में दाऊदयाल, 29 में नीतू किन्नर, 30 में सुमित अग्रवाल, 31 में कमलेश अग्रवाल, 32 में जितेंद्र कौर, 33 में शैलेंद्र खटाना, 34 में इंद्रपाल सिंह पाले, 35 में योगेंद्र सिंह गप्पू, 36 में नरेंद्र सिंह, 37 में प्रेमपाल, 38 में हिना सिंह, 39 में शिवराम भोला, 40 में कल्याण, 41 में भूदेव, 42 में किशनपाल, 43 में सत्यभान सिंह, 44 में मीरा गोयल, 45 में दयाचंद पचौरी, 46 में निरमा, 47 में राजेंद्र सिंह राजू, 48 में अनुराधा, 49 में उमाशंकर, 50 में जगदीश बाबरिया पार्षद, शिवसिंह भोंट मेयर व इंद्रपाल सिंह पाले डिप्टी मेयर रहे।
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