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भरतपुर

सेकंडों में चल जाएगा पता कहां किसने किया अतिक्रमण

-नगर निगम के मेयर अभिजीत कुमार ने पार्षदों के बाद शहर गणमान्य नागरिकों से की बात-शहर में कराए गए ड्रोन सर्वे का मामला

भरतपुरJan 19, 2021 / 02:12 pm

Meghshyam Parashar

सेकंडों में चल जाएगा पता कहां किसने किया अतिक्रमण

सेकंडों में चल जाएगा पता कहां किसने किया अतिक्रमण

भरतपुर. नगर निगम की ओर से शहर का बेस मैप तैयार करने के लिए ड्रोन सर्वे का कार्य एवं गंदे पानी की निकासी को लेकर आईएस बेस्ड एंट्रीग्रेटेड ड्रेनेज प्लान तैयार कराने का कार्य यशी कंसलटिंग सर्विस प्राइवेट लिमिटेड जयपुर से कराया जा रहा है। संबंधित फर्म की ओर से सर्वे का कार्य कराया जा चुका है। अब तक किए गए कार्य का फर्म की ओर से प्रस्तुतिकरण नगर निगम सभागार में किया गया। इसमें पार्षदों से वार्ड से संबंधित सुझाव आमंत्रित किए गए एवं समस्याओं को शामिल किया गया। इसके लिए नगर निगम सभागार में पार्षदों ने सुझाव दिए। इसमें पार्षद शाम सुंदर गौड़, दाऊदयाल शर्मा, रूपेंद्र सिंह, समुंदर सिंह कहना था कि आप पार्षदों से क्यों पूछ रहे हैं। आप अपना डाटा तैयार करें। मौके पर जाएं लोगों से जानकारी करें, फील्ड सर्वे करें। इसके बाद जो समस्या हो उसके बाद पार्षदों से सुझाव लेने, कंपनी यह काम करे कि पूरे शहर के पानी बहाब के लिए लेबल को लेकर और पुराने नालों का जो सीएफसीडी रामनगर दो मोरा में गिरते हैं उनका लेवल लेकर अंकित किया जाए। इन कॉलोनियों का पानी किस रास्ते से निकल सकता है इसके लिए डीपीआर बनाई जा रही है। जहां डाबर की रोड, जिन गलियों में सीसी रोड है जिन गलियों में सड़क नहीं बनी हुई है जहां नाली बनी हुई है जहां नाली बनानी है, जहां सरकारी भूमि खाली पड़ी हुई है वह सभी ड्रोन नक्शे से अंकित किए जाएंगे। मैरिज होम हॉस्पिटल सुविधा क्षेत्र आदि अंकित होंगे। इसके निराकरण के लिए डीपीआर तैयार कराई जा रही है। इस बैठक में मेयर अभिजीत कुमार, उप मेयर गिरीश चौधरी, आयुक्त राजेश गोयल, नगर निगम एक्सईएन विनोद चौहान आदि उपस्थित थे।
करीब 45 तरह की सूचनाएं ऑनलाइन रहेंगी उपलब्ध

ज्योग्राफिकल इन्फॉरमेशन सिस्टम (जीआईएस) आधारित शहर के बेस मैप के साथ करीब 45 तरह की सूचनाएं हर विभाग को उपलब्ध होंगी। जैसे- बिजली-पानी की पाइप लाइनें, सीवरेज लाइन, ड्रेनेज लाइन, पार्क, शौचालय, स्ट्रीट लाइट, मोबाइल टावर, पशु चिकित्सालय, स्कूल, अग्निशमन केंद्र, अस्पताल, कोचिंग सेंटर, बस सेल्टर, फ्लाईओवर, रेलवे लाइन, वाटर पंपिंग स्टेशन, पुलिस स्टेशन, पानी की टंकियां आदि। साथ ही वैध और अवैध कॉलोनियों की सूचना भी उपलब्ध होगी।
हैरिटेज के हाई रिजोल्यूशन के 3 डी मैप बनेंगे

शहर के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए पहली बार ड्रोन्स की मदद से डिजिटल मानचित्र बनवाए गए हैं। डिजिटल मैपिंग परियोजना के तहत अब शहर के हैरिटेज एरिया में हाई रिजोल्यूशन वाले 3 डी मानचित्र तैयार हो रहे हैं। करीब 200 फीट तक की ऊंचाई पर उडऩे वाले 4 ड्रोन करीब 56 वर्ग किलोमीटर में फैले भरतपुर शहर की जब तस्वीरें लेंगे तो उस स्थान के देशांतर और अक्षांश की सटीक जानकारी मिली है। ड्रोन मैपिंग से मिले आंकड़ों की वैधता का परीक्षण भौगोलिक सूचनाओं की मदद से किया गया है। शहर के मुख्य मार्गों की जयपुर की तर्ज पर 360 डिग्री एंगल से मैपिंग कराई जाएगी।

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