scriptघर-घर जाकर पूछा जाएगा आप सबसे ज्यादा कौनसा अनाज खाते हैं | You will be asked from house to house which cereals you eat the most | Patrika News
भरतपुर

घर-घर जाकर पूछा जाएगा आप सबसे ज्यादा कौनसा अनाज खाते हैं

-15 मई से 30 जून तक प्रस्तावित है जनगणना 2021 के तहत मकान सूचीकरण व मकान गणना का कार्यक्रम

भरतपुरFeb 28, 2020 / 09:29 pm

Meghshyam Parashar

घर-घर जाकर पूछा जाएगा आप सबसे ज्यादा कौनसा अनाज खाते हैं

घर-घर जाकर पूछा जाएगा आप सबसे ज्यादा कौनसा अनाज खाते हैं

भरतपुर. घर में खाना कैसे बनाते हैं, रसोई गैस या स्टोव से। रेडियो, टीवी, ट्रांजिस्टर का उपयोग आप करते हैं या नहीं। घर में कितने शादी शुदा जोड़े हैं। यह सब वह बिंदु हैं जो मकानों की जनगणना के दौरान आपसे पूछे जाएंगे। जब आप इन 31 सवालों के जवाब देंगे तब आपकी जानकारी पूरी मानी जाएगी। दरअसल 2021 की जनगणना के लिए सबसे पहले मकानों के सूचीकरण का कार्य किया जा एगा। भारतीय जनगणना के इतिहास में यह पहली जनगणना है, जिसे मोबाइल एप और वैकल्पिक रूप में पेपर अनुसूचियों की सहायता से संपादित किया जाना प्रस्तावित किया गया है। भारत सरकार की ओर से मई से जून के दौरान प्रथम चरण में भारत की जनगणना 2021 के मकान सूचीकरण एवं मकान गणना के साथ-साथ मौजूदा एनपीआर (राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर) डेटाबेस को अपडेट किया जाएगा। इस बार यह कार्य पेपर अनुसूचियों के अलावा मोबाइल एप पर भी किया जा सकेगा। इस जनगणना को लेकर जिले में तैयारी शुरू हो गई है। जनगणना को लेकर पहले कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद पूरे जिले में जनगणना का काम किया जाएगा। पहले चरण में मकान सूचीकरण और मकानों की गणना और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के अद्यतीकरण का काम मई से जून 2020 के बीच होगा। दूसरे चरण में जनसंख्या की गणना का काम फरवरी 2021 के बीच किया जाएगा। इस बार आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल होने से इसे आप डिजिटल जनगणना भी कह सकते हैं। ज्ञात रहे कि देश में पहली जनगणना वर्ष 1881 में हुई थी। हर 10 साल बाद जनगणना का काम किया जाता है। यह देश की 16वीं और आजादी के बाद की आठवीं जनगणना होगी।
मोबाइल नंबर जनगणना के मकसद से ही पूछेंगे
इस बार की जनगणना में यह नया सवाल भी आपसे पूछा जाएगा कि आप कौन-सा अन्न सबसे ज्यादा खाते हैं। इसके साथ ही पहली बार यह सर्वे मोबाइल एप और मैन्युअली दर्ज होगा। जनगणना सूचना में स्पष्ट किया गया है कि मोबाइल नंबर सिर्फ जनगणना के मकसद से ही पूछा जाएगा और उसका इस्तेमाल किसी अन्य प्रयोजन के लिए नहीं किया जाएगा। इसमें संबंधित नगरपालिका के अधिशाषी अधिकारी जनगणना अधिकारी कहे जाएंगे।
फर्श से लेकर बैंकिंग तक की जानकारी करना होगी साझा
फर्श: मिट्टी, लकड़ी, बांस, ईंट, पत्थर, सीमेंट, मौजेक टाइल या अन्य।
दीवार: घास-फूस, बांस, प्लास्टिक, पॉलीथिन, मिट्टी, कच्ची ईंट, पत्थर मसाला गारा के साथ, जीआई, धातु, कांक्रीट
छत: घास-फूंस, मिट्टी, प्लास्टिक, पॉलीथिन, हस्त निर्मित टाइल्स, मशीन निर्मित टाइल्स, पक्की ईंट, स्लेट, जीआई, कांक्रीट
मकान का उपयोग: आवास, आवास सह अन्य, दुकान, कार्यालय, स्कूल, कॉलेज, गेस्ट हाउस, अस्पताल, डिस्पेंसरी, वर्कशैड, पूजा स्थल, गैर आवासीय।
पेयजल स्रोत: नल का पानी, उपचारित स्रोत नल का पानी, अनउपचारित स्रोत से नल का पानी, हैंडपंप, ट्यूबवेल, बोरवेल, झरना, नदी, नहर, टैंक, तालाब, झील, सीलबंद पैकेट, बोतल का पानी।
शौचालय का प्रकार: पाइप सीवर पद्धति, सेप्टिक टैंक, अन्य। दो गड्ढा शौचालय यानी स्लैब के साथ उन्नत हवादार गड्ढा, स्लैब के बिना खुला गड्ढा।
रसोई घर: एलपीजी, पीएनजी, घर के अंदर खाना बनाते हैं लेकिन रसोई घर में नहीं, खुले में खाना बनाते हैं। खाना नहीं बनाते।
रसोई के लिए प्रयुक्त ईंधन: लकड़ी, फसल का अवशेष, उपले, कोयला, मिट्टी का तेल, बिजली, गोबर गैस, सौर ऊर्जा।
संचार के साधन: लैंडलाइन, केवल मोबाइल, स्मार्ट फोन।
परिवहन के साधन: साइकिल, स्कूटर, मोटर साइकिल, वाहन नहीं।
इधर, राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यक्रम में आ रही परेशानी

जिले में सामाजिक एवं आर्थिक आंकड़ों के संबंध में जानकारी एकत्रित करने के लिए चल रहे राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यक्रम में आमजन से सहयोग को लेकर प्रगणकों को परेशानी आ रही है। जिले में चल रहे 78वें राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यक्रम के तहत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में एक जनवरी से 31 दिसम्बर 2020 तक सर्वेक्षण का कार्य किया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत आर्थिक एवं सांख्यिकी सूचना एकत्रित करने के लिए प्रगणक घर-घर जाएंगे। जिला कलक्टर ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि सर्वेक्षण के प्रगणकों की ओर से पूछे जाने वाले आर्थिक एवं सांख्यिकी प्रश्नों की जानकारी वास्तविक रूप से उपलब्ध कराएं। यह जानकारी पूर्ण रूप से गोपनीय रखी जाएगी तथा इन आंकड़ों का उपयोग केवल राष्ट्र एवं राज्य स्तर पर विभिन्न वर्गों के आर्थिक स्थिति के आधार पर जनकल्याणकारी योजनाओं के निर्माण के लिए किया जाएगा।
-मकान सूचीकरण व गणना का कार्य मई माह में शुरू किया जाएगा। इसके लिए प्रगणकों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। संबंधित निकाय के ईओ इसमें जनगणना अधिकारी के रूप में रहेंगे।
मानसिंह सोनी
उपनिदेशक आर्थिक एवं सांख्यिकी
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो