निगम कर्मी मनाराम देवांगन नेहरू नगर आवास में बिना आवंटन रह रहा था। तत्कालीन आयुक्त केएल चौहान ने मनाराम पर 5 लाख रुपए अर्थदंड लगाया था। मनाराम की याचिका पर हाईकोर्ट ने अर्थदंड वसूली पर स्थगन आदेश जारी किया था।
अधीक्षक देवव्रत ने मनाराम के वेतन से प्रतिमाह 9 हजार की कटौती की। विभागीय जांच में अधीक्षक देवव्रत की लापरवाही सामने आई। देवांगन ने शिक्षाकर्मी भर्ती की आदेश के मामले में शासन को समय पर जानकारी नहीं दी।
आरक्षण रोस्टर बनाने में गड़बड़ी को लेकर सहायक राजस्व अधिकारी मूर्ति शर्मा के खिलाफ विभागीय जांच की नस्ती प्रस्तुत करने में विलंब किया। इसकी वजह से शर्मा को निलंबित किया गया। इसके अलावा देवव्रत की कार्यालय में देर से आने की पुष्टि निष्ठा एेप की जांच में हुई।