सीईओ ने कहा कि पेड़ शहर में कितने भी लगा लो तब तक बदलाव नहीं आएगा, जब तक पॉलिथीन का उपयोग करना बंद नहीं कर देते। इस दिशा में शहर व दुकान के हर व्यक्ति को विचार करना होगा। पर्यावरण को नुकसान करने का प्रमुख कारक प्लास्टिक है, जो लोगों के रोजमर्रा के आदतों में शुमार हो गया है, इसको रोकने की पहल में नागरिकों व व्यापारी साथ दें।
भिलाई के लोग बहुत समझदार हैं, हर बातों को वे गंभीरता से लेते हैं। यह उम्मीद है कि जो दस फीसदी लोग इसका उपयोग कर रहे हैं, वे भी बंद कर देंगे। इस मौके पर घर-घर जाकर पॉलिथीन कलेक्ट करने का काम किया जाएगा। लोगों को जागरूक किया जाएगा कि पॉलिथीन का उपयोग करने से किस तरह से नुकसान है।
उपयोग के बाद उसे इधर-उधर फेंक देने से मवेशी चारे के साथ खा लेते हैं, जिससे उनके जान पर बन आती है। इस मौके पर उपमहाप्रबंधक (टीइडी) मोहन देशपांडे, उप महाप्रबंधक, सुब्रत प्रहराज, एजीएम डीएल कुमार, सीनियर मैनेजर केके यादव, पूर्व उपमहाप्रबंधक पीपी वर्मा, चीफ वेटनरी आफिसर डॉक्टर एनके जैन,जन स्वास्थ विभाग के सहा प्रबंधक रमेश गुप्ता, व्हीके भोंडेकर, एके बंजारा, गणेश जोनकर मौजूद थे।